भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने आज एक बड़ा बदलाव किया, जब उन्होंने नरायन जगदीशन को रिषभ पैंट के स्थान पर वेस्ट इंडीज के खिलाफ़ आगामी टेस्ट श्रृंखला के लिए बुलाया। 29‑साल के तमिलनाडु के इस विकेटकीपर‑बॅट्समैन को अब भारत की टेस्ट टीम में जगह मिली, जो उसके लगातार घरेलू प्रदर्शन का फल है।
जगदीशन की घरेलू कारनामे
जगदीशन ने अपना प्रथम‑क्लास पदार्पण 2016 में किया और तब से वह विश्वसनीय बल्लेबाज़ और तेज धारी पार्टी बना हुआ है। पिछले कुछ सालों में उसने 54 प्रथम‑क्लास matchs में 3,686 रन बनाए, औसत 50.49 के साथ, जिसमें 11 शतक और 16 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सबसे बड़ा स्कोर 321 है।
लिस्ट‑ए क्रिकेट में 64 मैचों में 2,728 रन, औसत 46.23 और नौ शतक के साथ, जबकि टी‑20 में 66 मैचों में 1,475 रन (औसत 31.38) और 10 अर्धशतक हैं। इसके अलावा वह विकेटकीपिंग में भी माहिर हैं – घरेलू मैदान पर 209 कैच और 29 स्टम्पिंग का रिकॉर्ड है।
- विजय हजारे ट्रॉफी में 21 नवंबर 2022 को अर्जुनाचल प्रांत के खिलाफ 277 रन बनाकर एक‑दिन के क्रिकेट में दुनिया का रिकॉर्ड कायम किया। 25 चारों और 15 छक्कों के साथ उनका स्ट्राइक रेट 196.45 था।
- आईपीएल में उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स दोनों के लिए खेला, कुल 13 मैचों में 162 रन बनाए।
- 2024‑25 रणजी ट्रॉफी सीजन में 8 मैचों में 674 रन (औसत 56.16) के साथ दो शतक और पाँच अर्धशतक जोड़े।
टेस्ट टीम में जगह क्यों?
शुब्मन गिल की कप्तानी में तैयार हुई इस टेस्ट स्क्वाड में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, देवदुत्त पड्डिकल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा (उप‑कप्तान), जसमित बुमराह, अक्षर पटेल, निर्यात कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज, प्रसिध कृष्णा और कुलदीप यादव जैसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी शामिल हैं। ध्रुव जुरेल के साथ जगदीशन को भी विकेटकीपर‑बॅटर का विकल्प रखने से टीम को बैट्समैन के साथ लचीलापन मिलेगा।
रिषभ पैंट की अनुपलब्धता का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि निरंतर घरेलू प्रदर्शन और दबाव वाले मैचों में बड़ी पारी बनाकर जगदीशन ने इस अवसर को अर्जित किया है। उनके पास न सिर्फ बैटिंग टेक्निक है, बल्कि तेज धारा और टीम को चलाने की क्षमता भी है, जो टेस्ट क्रिकेट में अक्सर कम देखी जाती है।
भविष्य के दृष्टिकोण से, अगर जगदीशन इस श्रृंखला में अच्छा खेलते हैं, तो वह शॉर्ट‑फॉर्म जैसे आईपीएल और भविष्य में एक‑दिन में भी स्थायी स्थान बना सकते हैं। वर्तमान में भारत के पास दो विश्वसनीय विकेटकीपर‑बॅट्समैन हैं, जिससे चयनकर्मियों को विविध स्थितियों के लिए विकल्प मिलते हैं। इस प्रकार, यह चयन भारतीय टेस्ट टीम की बैटिंग गहराई और बैक‑अप को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
Dr.Arunagiri Ganesan
सितंबर 27, 2025 AT 00:58जगदीशन का चयन सिर्फ रनों की बात नहीं, बल्कि उसकी टेस्ट क्रिकेट के लिए उपयुक्त बैटिंग स्टाइल और शांत चेहरे की बात है। उसने रणजी में जहां दबाव था, वहां शतक बनाए, और अब टीम के लिए वह एक स्थिर बिंदु बन सकता है।
Vinay Menon
सितंबर 27, 2025 AT 10:23मैंने उसका एक मैच देखा था जब वह 277 रन बना रहा था - बल्ला लग रहा था जैसे बारिश की बूंदें टकरा रही हों। असली टेस्ट खिलाड़ी वो होते हैं जो बोरियत को जीत लें।
Monika Chrząstek
सितंबर 28, 2025 AT 05:45ये चयन बहुत अच्छा हुa... रिषभ के बिना भी टीम चल सकती है अगर कोई नया आ जाए और अच्छा खेले। जगदीशन को बहुत बधाई।
Vitthal Sharma
सितंबर 29, 2025 AT 07:04अच्छा फैसला।
chandra aja
सितंबर 30, 2025 AT 12:58ये सब बातें बकवास हैं। रिषभ को क्यों बाहर किया? शायद किसी ने बैकडोर से दबाव डाला है। जगदीशन के बारे में कोई नहीं जानता, लेकिन वो चुने गए क्यों? जानकारी छिपाई जा रही है।
Sutirtha Bagchi
सितंबर 30, 2025 AT 13:57अरे भाई ये जगदीशन कौन है? क्या वो बिना गूगल के भी खेल सकता है? 😒
Abhishek Deshpande
सितंबर 30, 2025 AT 23:37यह चयन, जिसे बहुत से लोग अच्छा मान रहे हैं, और जिसके विरोध में कुछ लोग हैं, जो अभी तक रिषभ के बारे में कुछ नहीं बताए हैं, वह एक बहुत ही रोचक और विवादास्पद निर्णय है, जिसके पीछे कई तरह के कारक हो सकते हैं, जिनमें से कुछ तो बहुत ही गहरे हैं।
vikram yadav
अक्तूबर 1, 2025 AT 19:40जगदीशन की बैटिंग लगती है जैसे एक पुराना घड़ा - धीमी शुरुआत, फिर गहराई में चला जाता है। टेस्ट क्रिकेट के लिए यही चाहिए। अगर वो अच्छा खेलता है, तो भारत के लिए ये एक बड़ा बदलाव होगा।
Tamanna Tanni
अक्तूबर 2, 2025 AT 03:03हर नए खिलाड़ी को मौका देना चाहिए। जगदीशन ने मेहनत की है। अब उसका समय है।
Rosy Forte
अक्तूबर 3, 2025 AT 07:46यह एक अत्यंत अल्पकालिक निर्णय है, जिसमें बैटिंग गहराई के बारे में एक आधुनिक दृष्टिकोण का अभाव है। विकेटकीपर-बैट्समैन के रूप में जगदीशन की भूमिका, जिसे विश्लेषणात्मक रूप से देखा जाए, तो वह एक एक्सप्रेशनिस्ट अर्थशास्त्र का उदाहरण है - एक ऐसा खिलाड़ी जो व्यक्तिगत अभिव्यक्ति के लिए टीम के संरचनात्मक लक्ष्यों को अनदेखा करता है।
Yogesh Dhakne
अक्तूबर 3, 2025 AT 12:20अच्छा हुआ। अब रिषभ को थोड़ा आराम मिलेगा। जगदीशन ने तो लगातार रन बनाए हैं। बस अब टेस्ट में भी वही कर दिखाए। 😎
kuldeep pandey
अक्तूबर 5, 2025 AT 06:01तो अब रिषभ को बाहर कर दिया, और एक ऐसे खिलाड़ी को चुन लिया जिसके बारे में तुम्हें पहले कभी नहीं सुना। क्या ये बदलाव टीम के लिए है... या बस एक और नाम के लिए एक और फेक न्यूज़?