4 अगस्त 2024 का पंचांग: तिथि, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और नक्षत्र की जानकारी

4 अगस्त 2024 का पंचांग: तिथि, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और नक्षत्र की जानकारी

अग॰, 5 2024

4 अगस्त 2024 का पंचांग: जानिए दिन का शुभ और अशुभ समय

हमारे भारतीय धर्म और संस्कृति में पंचांग का विशेष महत्व है। हर तिथि, नक्षत्र, योग और मुहूर्त का अपने ज़िन्दगी में विशेष स्थान होता है। आज हम 4 अगस्त 2024 के पंचांग की जानकारी देंगे जिसमें आप दिन की शुभ और अशुभ समय की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

विक्रम संवत और शका संवत

4 अगस्त 2024 का दिन विक्रम संवत 2081 और शका संवत 1946 के अनुसार आता है। विक्रम संवत की शुरुआत राजा विक्रमादित्य ने की थी जबकि शाका संवत की शुरुआत शक सम्राट ने की थी।

तिथि और नक्षत्र

इस तारीख की तिथि कृष्ण पक्ष की अमावस्या रहेगी जो कि शाम 4:42 बजे तक चलेगी। इसके बाद शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा शुरू होगी। नक्षत्र की अगर बात करें तो 3 अगस्त 11:59 पूर्वाह्न से 4 अगस्त 1:26 अपराह्न तक पुष्य नक्षत्र रहेगा। इसके पश्चात आश्लेषा नक्षत्र शुरू होगा।

योग और करण

योग का वर्णन करें तो 3 अगस्त को सुबह 11:00 बजे से 4 अगस्त 10:38 बजे तक सिद्धि योग रहेगा। इसके बाद व्यातिपात योग होगा। योग शुभ और अशुभ समय निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सूर्योदय और सूर्यास्त

4 अगस्त 2024 को सूर्योदय सुबह 6:02 बजे होगा, जबकि सूर्यास्त शाम 7:03 बजे होगा। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का हमारे जीवन और धार्मिक कर्मकांडों में गहरा महत्व होता है।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

चंद्रोदय सुबह 5:34 बजे होगा और चंद्रास्त शाम 7:19 बजे होगा। इन समयों का भी ज्योतिषीय और पौराणिक महत्व है, विशेष रूप से उपवास और धार्मिक अनुष्ठान के लिए।

राहुकाल और अन्य अशुभ मुहूर्त

राहुकाल को ज्योतिष में अशुभ समय माना जाता है। 4 अगस्त को राहुकाल शाम 5:25 बजे से 7:02 बजे तक रहेगा। अन्य अशुभ मुहूर्त इसमें यमगंड 12:32 बजे से 2:10 बजे तक, कुलिका 3:47 बजे से 5:25 बजे तक और दुर्मुहूर्त 5:18 बजे से 6:10 बजे तक हैं। वर्ज्य समय 3:15 पूर्वाह्न से 4:59 पूर्वाह्न तक रहेगा।

शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त को दिन की शुभ घड़ी के रूप में देखा जाता है। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12:06 बजे से 12:58 बजे तक रहेगा और अमृत काल सुबह 6:39 बजे से 8:20 बजे तक रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:26 बजे से 5:14 बजे तक रहेगा, जो विभिन्न धार्मिक कार्यों के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है।

विशेष योग

अतः इन सभी जानकारी से यह स्पष्ट होता है कि 4 अगस्त 2024 का दिन सामान्य से लेकर विशेष कार्यों की योजना बनाने के लिये उचित है। विशेष रूप से इस दिन रवि पुष्य योग और सर्वार्थसिद्धि योग का महत्व अधिक रहेगा, जो सुबह 6:02 बजे से दोपहर 1:26 बजे तक रहेगा। इस योग के दौरान की गई गतिविधियां विशेष फलदायी होती हैं।

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