पेरिस पैरालंपिक्स 2024 समापन समारोह: विवरण, भारत के ध्वजवाहक, लाइव स्ट्रीमिंग जानकारी और कहां देखें

पेरिस पैरालंपिक्स 2024 समापन समारोह: विवरण, भारत के ध्वजवाहक, लाइव स्ट्रीमिंग जानकारी और कहां देखें

सित॰, 8 2024

पेरिस पैरालंपिक्स 2024 का समापन समारोह

पेरिस पैरालंपिक्स 2024 का समापन समारोह रविवार, 8 सितंबर 2024 को फ्रांस के प्रतिष्ठित स्टेड डी फ्रांस स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। इस 17वें संस्करण के समापन के साथ ही, एक ऐतिहासिक यात्रा का अंत हो जाएगा, जिसमें भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारतीय दल ने कुल 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक जीते।

भारत के ध्वजवाहक

हरविंदर सिंह और प्रीति पाल, जो इस समापन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे, ने अपने-अपने खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। हरविंदर सिंह ने पैरा तीरंदाजी में स्वर्ण पदक जीता, जबकि प्रीति पाल ने महिलाओं के 100 मीटर और 200 मीटर टी35 इवेंट्स में कांस्य पदक जीते।

समारोह के मुख्य आकर्षण

समापन समारोह में 24 फ्रेंच इलेक्ट्रॉनिक संगीत किंग कलाकारों द्वारा प्रदर्शन होगा, जिसमें दुनिया भर से आए 4,400 एथलीटों के लिए शुभकामनाएं दी जाएंगी। इसके साथ ही परंपरागत प्रोटोकॉल्स जैसे भाषण, एंथम और पैरालंपिक ध्वज को लॉस एंजिलेस 2028 आयोजन समिति को सौंपना शामिल होगा।

हस्तांतरण समारोह

लॉस एंजिलेस 2028 को ध्वज हस्तांतरण समारोह में समांथा बॉस्को, एज़रा फ्रेक और जमाल हिल जैसे प्रसिद्ध पैरालिंपियन भाग लेंगे। उनके साथ ही संगीत प्रदर्शन में जैज़ पियानिस्ट मैथ्यू व्हिटेकर, वायलिन वादक गैलिन ली, रैपर गार्नेट सिल्वर-हॉल और परफॉर्मिंग आर्टिस्ट एंडरसन .पाक की प्रस्तुतियां भी होंगी। यह प्रदर्शन एलए के वीनिस बीच समुद्र तट के बैकग्राउंड के साथ होगा।

देखने की जानकारी

इस समारोह को जीयो सिनेमा और स्पोर्ट्स 18 चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। भारत में दर्शक इसे डीडी स्पोर्ट्स चैनल पर भी देख सकेंगे। यह समारोह पैरालंपिक्स और समापन समारोह के आधिकारिक चैनलों पर भी उपलब्ध होगा।

भारत का प्रदर्शन

भारत के पैरालंपिक एथलीटों ने इस अवधि में अपने देश को गर्वित किया है। भारत के 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदकों के साथ, यह आयोजन भारतीय खेल इतिहास के सबसे यादगार और प्रेरणादायक पलों में से एक रहेगा।

हरविंदर सिंह ने पैरा तीरंदाजी में पहला स्वर्ण पदक जीता, जो देश के लिए एक बड़ी सफलता थी। प्रीति पाल ने महिलाओं के ट्रैक इवेंट्स में 100 मीटर और 200 मीटर टी 35 में कांस्य पदक जीतकर नई ऐतिहासिक मान हासिल किया।

बार-बार, भारतीय एथलीटों ने कठिनाईयों और चुनौतियों के बावजूद अद्भुत प्रदर्शन किया है, जिससे देश के लोगों को गर्व महसूस हुआ है।

समापन समारोह का महत्व

समापन समारोह का महत्व केवल खेलों के समाप्त होने में नहीं है, बल्कि यह उन उपलब्धियों को भी संजोता है जो एथलीटों ने इस दौरान हांसिल कीं। यह एक त्योहार की तरह है जो एथलीटों की मेहनत, समर्पण और विश्वास का सम्मान करता है।

समारोह में विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के एथलीटों के बीच एकजुटता और भाईचारे की भावना भी दिखेगी। यह वे पल हैं जब एथलीट खेलों के सिवाय भी एक-दूसरे के साथ अपने अनुभव और खुशियाँ साझा करते हैं।

हर कोई इस समारोह को संजोएगा, क्योंकि इसमें अद्वितीय संगीत, दक्षता और समर्पण की झलक देखने को मिलेगी।

11 टिप्पणि

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    Dr.Arunagiri Ganesan

    सितंबर 9, 2024 AT 17:32

    भारत का ये प्रदर्शन केवल पदकों की संख्या से नहीं, बल्कि उस अदम्य साहस और लगन से अनमोल है जिसने दुनिया को दिखाया कि शरीर की सीमाएं मन की ऊंचाइयों को रोक नहीं सकतीं। हरविंदर सिंह और प्रीति पाल ने जो किया, वो खेल का नहीं, बल्कि मानवता का जश्न है।

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    simran grewal

    सितंबर 11, 2024 AT 01:07

    अरे भाई, ये सब गौरव का नाटक है। जब तक सरकार खेल के लिए 1% बजट नहीं बढ़ाएगी, तब तक ये सब फूलों के तख्ते पर लिखा गया नाटक है। कल तक बच्चों के लिए शौचालय नहीं, आज तीरंदाजी के लिए स्वर्ण पदक।

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    Vinay Menon

    सितंबर 11, 2024 AT 18:37

    सच कहूँ तो ये बार बार देखने के बाद लगता है कि हमारे एथलीट्स को बस एक अवसर चाहिए था। उनकी मेहनत और तकनीक तो दुनिया की बेस्ट है। बस इंफ्रास्ट्रक्चर और सपोर्ट सिस्टम अभी भी बहुत पीछे है।

    मैंने एक छोटे शहर के एक तीरंदाज को देखा था, जिसके पास बस एक पुराना बाउंस बॉल और एक टेप मेज थी। उसने भी राष्ट्रीय स्तर पर जीत दर्ज की। ये सब बस दिल की बात है।

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    Monika Chrząstek

    सितंबर 12, 2024 AT 19:46

    मुझे लगता है कि इस बार भारत ने वाकई कुछ अलग किया है। मैंने अपनी बेटी को देखा, जो अब रोज़ ट्रैक पर दौड़ रही है। उसने कहा, 'मम्मी, मैं भी प्रीति पाल बनूंगी।' ये ही असली जीत है।

    मैं इस समारोह में वो जैज़ पियानो वाला पार्ट देखने के लिए तैयार हूँ। शायद वो मुझे रो देगा।

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    Vitthal Sharma

    सितंबर 13, 2024 AT 06:48

    बहुत अच्छा।

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    chandra aja

    सितंबर 14, 2024 AT 02:03

    ये सब एक बड़ा धोखा है। जानते हो क्या हुआ? ये पदक अमेरिका और चीन ने दिए हैं। वो भारत के खिलाड़ियों को ड्रग्स देते हैं और फिर उन्हें जीतने का श्रेय देते हैं। डीडी स्पोर्ट्स भी उनका टूल है।

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    Sutirtha Bagchi

    सितंबर 15, 2024 AT 01:06

    अरे यार, इतने पदक कैसे जीत गए? क्या तुमने देखा कि भारत के खिलाड़ी बिना बोर्डिंग बिल्डिंग के ट्रेनिंग करते हैं? मैंने तो एक बार एक खिलाड़ी को बाजार में देखा जो अपने बेटे के लिए चावल बेच रहा था। ये तो बहुत बढ़िया है न? 😍

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    Abhishek Deshpande

    सितंबर 15, 2024 AT 19:35

    अगर हम इस समारोह के बारे में बात करें, तो यह वास्तव में, एक बहुत ही महत्वपूर्ण, अत्यंत आवश्यक, और गहराई से विचारोत्तेजक घटना है, जो खेल के बाहर के सामाजिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक आयामों को भी छूती है-और इसका अर्थ है कि यह केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है।

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    vikram yadav

    सितंबर 17, 2024 AT 04:13

    पेरिस में जब भारतीय एथलीट्स ने गाना गाया तो दुनिया रुक गई। ये वो पल था जब भारत की आत्मा ने दुनिया को छुआ।

    मैंने लॉस एंजिलेस के हस्तांतरण के लिए वीनिस बीच का वीडियो देखा-वो बालू, समुद्र, और जैज़ पियानो... ये तो बस बहुत अच्छा लगा।

    कोई नहीं बता रहा, लेकिन ये सब बिना विज्ञापन के हुआ। ये असली गर्व है।

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    Tamanna Tanni

    सितंबर 17, 2024 AT 12:40

    हर एक पदक के पीछे एक माँ की चिंता, एक बाप की नींद, एक भाई की टिप्पणी... ये सब छिपा हुआ है। आज हम जो जीत रहे हैं, वो हमारे घरों की जीत है।

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    Rosy Forte

    सितंबर 19, 2024 AT 07:22

    यह समारोह, एक अतिशय विशिष्ट और उच्च-स्तरीय एस्थेटिक अभिव्यक्ति है, जिसमें निर्माणात्मक निर्णयों के माध्यम से एक नवीन जागृति का उद्घाटन हुआ है। इसका सांस्कृतिक अर्थ निर्वाचित शक्ति संरचनाओं के विरुद्ध एक विप्लवी घोषणा है।

    लॉस एंजिलेस के लिए जैज़ पियानो का चयन, एक अद्वितीय निर्णय है-यह न केवल एक संगीतात्मक अभिव्यक्ति है, बल्कि एक नए युग के लिए एक शास्त्रीय अलंकार है।

    इस प्रक्रिया के अंतर्गत, भारत का उदाहरण एक विश्वव्यापी मॉडल बन गया है, जहाँ शारीरिक अपूर्णता नहीं, बल्कि आध्यात्मिक पूर्णता की ओर एक अद्वितीय पथ है।

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