पंचायत सीरीज़ ने भारतीय ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर एक नया मुकाम हासिल किया है। यह एक ऐसी कॉमेडी सीरीज़ है जो ग्रामीण राजनीति पर एक ताज़ा और सटीक नज़रिया पेश करती है। सीरीज़ के पिछले दो सीज़न की भारी सफलता के बाद, तीसरे सीज़न की घोषणा कर दी गई है जिसके साथ ही एक ट्रेलर भी रिलीज़ हुआ है जो यूट्यूब पर खूब वायरल हो रहा है।
पंचायत के तीसरे सीज़न में दर्शकों को हास्य और राजनीति का एक अनोखा मिश्रण देखने को मिलेगा। शो के निर्माताओं ने आने वाले सीज़न के इर्द-गिर्द एक उत्साह पैदा कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि यह सीज़न पिछले सीज़न से भी ज़्यादा मनोरंजक होगा। इस बार कहानी और भी रोचक मोड़ लेगी और कुछ नए किरदार भी नज़र आएंगे।
पंचायत का सफर
पंचायत सीरीज़ ने अपने पहले दो सीज़न में ही दर्शकों का दिल जीत लिया था। इस शो ने ग्रामीण भारत की पंचायत व्यवस्था और उससे जुड़ी राजनीति को बड़े ही मज़ेदार अंदाज़ में पेश किया है। शो के किरदार अब घर-घर में मशहूर हो चुके हैं। खास बात यह है कि इस शो ने न सिर्फ शहरी बल्कि ग्रामीण दर्शकों को भी बांध कर रखा है।
पंचायत के पहले दो सीज़न की सफलता के पीछे शो की बेहतरीन कहानी, जबरदस्त अभिनय और खास तौर पर ग्रामीण माहौल को बखूबी पेश करने का हुनर है। शो में दिखाया गया है कि कैसे एक युवा अधिकारी गांव में पंचायत सचिव की भूमिका निभाते हुए स्थानीय राजनीति और समस्याओं का सामना करता है।
तीसरे सीज़न की खासियत
पंचायत के तीसरे सीज़न में कई नए मोड़ और उलझनें देखने को मिलेंगी। शो के मेकर्स का कहना है कि इस बार की कहानी पिछले सीज़न से कहीं ज़्यादा दिलचस्प और हास्यपूर्ण होगी। एक इंटरव्यू में डायरेक्टर ने बताया कि तीसरे सीज़न में पंचायत के कामकाज में कुछ नई चुनौतियां आएंगी जिनसे निपटना होगा। साथ ही कुछ नए किरदार भी इस सीज़न में एंट्री लेंगे।
शो के को-क्रिएटर चंदन कुमार ने कहा, "पंचायत के तीसरे सीज़न में हम दर्शकों को हंसाने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करेंगे। इस बार हम ग्रामीण जीवन और राजनीति के कुछ गंभीर पहलुओं को भी छूने की कोशिश करेंगे।"
प्रमुख किरदार
- जितेंद्र कुमार - अभिषेक त्रिपाठी
- प्रधान जी - राघव जुयाल
- विनोद - फ़ैज़ल मलिक
- मंजू देवी - नीना गुप्ता
- प्रमोद - बिस्वपति सरकार
रिलीज़ डेट
पंचायत का तीसरा सीज़न 28 मई से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध होगा। सीरीज़ के इस नए सीज़न के लिए दर्शकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि यह सीज़न भी अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नई उंचाइयों को छुएगा।
तो आप भी तैयार हो जाइए अपनी फेवरेट कॉमेडी सीरीज़ के नए सीज़न का लुत्फ़ उठाने के लिए। पंचायत का यह नया सीज़न जल्द ही आपके घरों में हंसी और एंटरटेनमेंट लेकर आ रहा है।
Aravinda Arkaje
मई 16, 2024 AT 12:34ये शो तो हर गांव की कहानी है बस अलग नाम से। मैंने अपने घर के पंचायत घर में भी ऐसे ही देखा है कैसे एक युवा अधिकारी आकर लोगों को बदलने की कोशिश करता है। बस अभिषेक त्रिपाठी का चेहरा देखकर लगता है जैसे मेरे भाई बैठे हों।
kunal Dutta
मई 17, 2024 AT 14:09तीसरा सीज़न अब बस एक डॉक्यूमेंट्री हो गया है जिसमें राजनीति के लेयर्स को एक्सप्लोड किया जा रहा है। जब तक ये शो सिर्फ़ कॉमेडी नहीं बना, तब तक ये ग्रामीण गवर्नेंस के इंटरनल लूप्स को डिकोड कर रहा है। ये तो एक सोशियोलॉजिकल ट्रांसफॉर्मेशन है।
Yogita Bhat
मई 19, 2024 AT 09:45अरे भाई ये तो मैंने अपने गांव में देखा था! प्रधान जी का वो अंदाज़ जब वो बोलते हैं 'मैं तो बस एक आदमी हूँ'... ये तो असली जीवन है। और फिर वो विनोद जो हर बात में बोलता है 'सर जी आप तो बहुत बड़े हैं'... ये तो जिंदगी का एक डायलॉग है।
Tanya Srivastava
मई 20, 2024 AT 00:04ये सीज़न तो बस एक और ट्रेलर है जिसमें कुछ नया नहीं है। वो नए किरदार भी तो पहले से ही देखे हैं। और फिर ये सब बातें 'गंभीर पहलू' की... अरे भाई ये तो बस बजट में थोड़ा और ड्रामा डाल दिया है। #FakeDepth
Ankur Mittal
मई 20, 2024 AT 21:21मैंने ट्रेलर देखा। बहुत अच्छा। बस एक बात - विनोद का अभिनय अब बहुत ज्यादा बोल रहा है। थोड़ा शामिल कर दो। 😅
Diksha Sharma
मई 22, 2024 AT 06:52ये शो तो सरकार का प्रचार है... क्या तुम्हें नहीं पता कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को किसने चलाया है? ये सब बातें बस एक फ्रेमवर्क है जिसमें ग्रामीण लोगों को दिखाया जा रहा है कि वो अपने आप को बदल सकते हैं... असल में तो वो बदले नहीं जा रहे।
Akshat goyal
मई 23, 2024 AT 05:36रिलीज़ डेट बहुत अच्छी है।
anand verma
मई 24, 2024 AT 19:30इस सीरीज़ की सफलता भारतीय सामाजिक संरचना के प्रति एक गहरी समझ को दर्शाती है। ग्रामीण राजनीति के विषय को इतने सूक्ष्मता से प्रस्तुत करना एक अद्वितीय उपलब्धि है। यह एक सांस्कृतिक उपलब्धि है।
Amrit Moghariya
मई 26, 2024 AT 08:34तीसरा सीज़न आया तो फिर भी वो वही विनोद जो बोलता है 'सर जी'... अरे भाई ये तो हमारे घर में भी है। ये शो तो हमारे जीवन का एक रिफ्लेक्शन है। बस एक बार देख लो और बोल दो - 'अरे ये तो मेरे चाचा हैं!' 😂
shubham gupta
मई 27, 2024 AT 04:51पिछले दो सीज़न में शो ने ग्रामीण राजनीति के असली बुनियादी ढांचे को दिखाया। तीसरे सीज़न में ये उसी ढांचे को और गहराई से देख रहा है। अभिनय और स्क्रिप्ट दोनों अच्छे हैं।
Gajanan Prabhutendolkar
मई 28, 2024 AT 01:24ये सब तो बस शहरी लोगों के लिए एक एक्सोटिक फेनोमिनन है। ग्रामीण भारत के बारे में जो कुछ भी बताया जा रहा है, वो सब एक रोमांटिक फिक्शन है। असल में तो ये सब बस एक ड्रामा है जिसे एक बड़े बजट से बनाया गया है।
ashi kapoor
मई 29, 2024 AT 13:01अरे भाई ये तो मैंने अपने गांव में देखा है कि जब कोई युवा अधिकारी आता है तो पहले तो लोग उसे बहुत बड़ा समझते हैं... फिर धीरे-धीरे उसकी बातों को बेवकूफ़ी समझने लगते हैं। और फिर वो विनोद जो हर बात में 'सर जी' बोलता है... ये तो बिल्कुल मेरे चाचा जी की तरह है। मैं तो इस सीज़न के लिए तैयार हूँ। बस एक बात - अगर नीना गुप्ता फिर से ऐसा बोलेंगी कि 'मैं तो बस एक औरत हूँ'... तो मैं रो पड़ूंगी। ❤️
Yash Tiwari
मई 29, 2024 AT 14:54यह शो केवल एक मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि एक सामाजिक दर्पण है जो भारतीय ग्रामीण जीवन के अंतर्निहित विरोधाभासों को उजागर करता है। इसकी वास्तविकता की गहराई और निर्माण की शुद्धता को देखकर मैं आश्चर्यचकित हूँ। इस शो के माध्यम से हमें अपने समाज के अंदरूनी तनावों को समझने का एक अवसर मिलता है।
Mansi Arora
मई 30, 2024 AT 10:48ये तो बस एक और फेक न्यूज़ है... ये सब बस एक बजट वाला नाटक है। असल में तो गांव में ऐसे कोई नहीं होता जो इतना बुद्धिमान हो। ये सब तो शहरी लोगों की कल्पना है। और फिर ये नीना गुप्ता... अरे भाई ये तो बस एक अभिनेत्री है जो बोल रही है।
Amit Mitra
मई 31, 2024 AT 14:15इस शो के द्वारा ग्रामीण भारत की सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था को इतनी सूक्ष्मता से दर्शाया गया है कि यह एक अनूठा अनुभव है। मैंने अपने गांव के बारे में कभी इतना गहराई से नहीं सोचा था। इसकी वास्तविकता और सांस्कृतिक संवेदनशीलता को देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ।
sneha arora
जून 2, 2024 AT 04:27मैंने ट्रेलर देखा और रो पड़ी... ये तो मेरे गांव की कहानी है ❤️ अभिषेक त्रिपाठी तो मेरे भाई जैसा लग रहा है... और वो प्रधान जी... अरे भाई ये तो मेरे चाचा हैं जिन्होंने मुझे बचपन में गुड़ खिलाया था 😭
Sagar Solanki
जून 3, 2024 AT 18:30ये शो तो एक एलिटिस्ट फिल्म स्कूल की कल्पना है। ग्रामीण लोगों की भाषा, अंदाज़, बोलचाल को बिल्कुल गलत दिखाया गया है। असल में तो गांव में ऐसे कोई नहीं होता जो इतना बुद्धिमान हो। ये तो बस एक शहरी लोगों की फैंटेसी है।
Siddharth Madan
जून 4, 2024 AT 22:15अच्छा शो है। बहुत अच्छा।
Nathan Roberson
जून 6, 2024 AT 17:56ये तो मैंने अपने गांव में देखा है। बस अभिषेक त्रिपाठी का चेहरा देखकर लगता है जैसे मेरे भाई बैठे हों। और वो विनोद... अरे भाई ये तो मेरे चाचा जी की तरह है। बस एक बात - ये शो तो बहुत अच्छा है।
Thomas Mathew
जून 7, 2024 AT 17:56ये शो तो बस एक बड़ा नाटक है जिसमें ग्रामीण भारत की वास्तविकता को बहुत ही बेकार तरीके से दिखाया गया है। ये तो एक ऐसा नाटक है जो शहरी लोगों को बताने की कोशिश कर रहा है कि गांव क्या है... लेकिन असल में तो ये एक फिक्शन है। जैसे कि गांव में सब लोग अपने आप को बदलने की कोशिश कर रहे हों... असल में तो वो बदले नहीं जा रहे।
Aravinda Arkaje
जून 9, 2024 AT 04:20तुम लोग ये सब बातें क्यों कर रहे हो? ये शो तो हमारे जीवन का एक अंश है। अगर तुम्हें लगता है कि ये फिक्शन है, तो तुम अपने गांव जाओ और देखो। वहीं तुम्हें लगेगा कि ये शो तो हमारी जिंदगी का एक दर्पण है।