भारत-बांग्लादेश टेस्ट में ऋषभ पंत ने लगाई जोरदार सेंचुरी: छह शतक वाले धोनी की बराबरी
सित॰, 22 2024
ऋषभ पंत का धमाकेदार शतक
चेन्नई के एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच चल रही पहली टेस्ट मैच में, भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अपनी जोरदार वापसी की। टेस्ट क्रिकेट में 634 दिनों के बाद वापसी करने वाले पंत ने अपने 26वें जन्मदिन के कुछ ही दिनों बाद 124 गेंदों में शानदार शतक जड़ा। पंत की इस यादगार पारी की शुरुआत भारतीय टीम के पहले से मज़बूत स्थिति में आ जाने के बाद हुई, लेकिन उन्होंने इसे और भी मजबूत बनाया।
पंत का शतक उनकी विशिष्ट शैली में आया, जिसमें उन्होंने 11 चौके और 4 छक्के मारे। उनका आक्रामक खेल देखने के लिए चेन्नई का चिदंबरम स्टेडियम दर्शकों से भरा हुआ था, जो हर बाउंड्री पर झूम उठे। पंत की इस पारी ने भारतीय टीम की बढ़त को 450 रन के पार पहुंचाया।
एम.एस. धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी
इस शतक के साथ ही पंत ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 6 शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी की। अपनी युवावस्था और चोट के बाद वापसी करने के बावजूद, पंत के आक्रामक बल्लेबाजी के प्रदर्शन ने उन्हें एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट के अच्छे दिनों का सितारा बना दिया है।
पंत की इस पारी के बाद उनकी तुलना एम.एस. धोनी से की जा रही है, जिन्होंने भारतीय टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में अपनी विशेष पहचान बनाई थी।
पारी की शानदार शुरुआत
शुभमन गिल के साथ बल्लेबाजी करते हुए, पंत ने शुरुआत से आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। गिल भी अपनी शानदार फॉर्म में थे और शतक की ओर बढ़ रहे थे। दोनों ने दूसरे दिन से ही भारतीय टीम को एक मजबूत मंच दिया, जिसे तीसरे दिन और भी सुदृढ़ किया।
पंत ने हर गेंदबाज का सामना धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ किया। उनकी बल्लेबाजी की ताकत और स्वाभाविकता ने विरोधियों को परेशान कर दिया। उन्होंने 56 ओवर में 109 रनों पर मेहदी हसन के द्वारा आउट होने से पहले अपनी टीम को एक विशाल बढ़त की स्थिति में रख दिया।
कमबैक के बाद की पहली सेंचुरी
यह शतक पंत का लौटने के बाद का पहला टेस्ट शतक था और इसका महत्व इससे भी बढ़ जाता है कि उन्होंने एक न्यूट्रल जगह पर देखा जहां उनका प्रदर्शन ऐतिहासिक बन गया। इससे पहले, पंत ने अपना आखिरी टेस्ट शतक 1 जुलाई 2022 को इंग्लैंड के खिलाफ एजबस्टन, बर्मिंघम में बनाया था। पंत का यह शतक इसलिए भी खास है क्योंकि वे एक बड़ी दुर्घटना के बाद मैदान में लौटे हैं।
भारत और बांग्लादेश के बीच खेली जा रही इस सीरीज़ में पंत का यह प्रदर्शन न केवल उनकी व्यक्तिगत वापसी का प्रमाण है, बल्कि भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ की भी ताकत दिखाता है।
आगे की राह
पंत की यह पारी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खुशी का मौका है। इस बीच, भारतीय टीम ने तीसरे दिन के खेल में अपनी बढ़त को और भी बढ़ाया, और यह देखना बाकी है कि बांग्लादेश इस चुनौती का सामना कैसे करेगा। पंत की इस पारी ने उनकी प्रतिभा का एक और सबूत दिया और यह दिखाया कि वे अभी भी भारतीय क्रिकेट की धड़कन बने हुए हैं।
आने वाले दिनों में, पंत का प्रदर्शन उनकी फिटनेस और खेल पर ध्यान देने का प्रमाण होगा, और हमें यह भी देखने का मौका मिलेगा कि भारतीय टीम इस बढ़त को कैसे बनाए रखती है।
यह पारी न केवल पंत के करियर के लिए एक नया अध्याय है, बल्कि उनके प्रशंसकों के लिए भी एक उज्जवल भविष्य की उम्मीद बनकर आई है। भारतीय क्रिकेट का यह स्टार, अपने जज्बे और हुनर के साथ, हर मैच में एक नई मिसाल कायम करने की काबीलियत रखते हैं।
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