ऋषभ पंत का धमाकेदार शतक
चेन्नई के एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच चल रही पहली टेस्ट मैच में, भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अपनी जोरदार वापसी की। टेस्ट क्रिकेट में 634 दिनों के बाद वापसी करने वाले पंत ने अपने 26वें जन्मदिन के कुछ ही दिनों बाद 124 गेंदों में शानदार शतक जड़ा। पंत की इस यादगार पारी की शुरुआत भारतीय टीम के पहले से मज़बूत स्थिति में आ जाने के बाद हुई, लेकिन उन्होंने इसे और भी मजबूत बनाया।
पंत का शतक उनकी विशिष्ट शैली में आया, जिसमें उन्होंने 11 चौके और 4 छक्के मारे। उनका आक्रामक खेल देखने के लिए चेन्नई का चिदंबरम स्टेडियम दर्शकों से भरा हुआ था, जो हर बाउंड्री पर झूम उठे। पंत की इस पारी ने भारतीय टीम की बढ़त को 450 रन के पार पहुंचाया।
 
एम.एस. धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी
इस शतक के साथ ही पंत ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 6 शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी की। अपनी युवावस्था और चोट के बाद वापसी करने के बावजूद, पंत के आक्रामक बल्लेबाजी के प्रदर्शन ने उन्हें एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट के अच्छे दिनों का सितारा बना दिया है।
पंत की इस पारी के बाद उनकी तुलना एम.एस. धोनी से की जा रही है, जिन्होंने भारतीय टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में अपनी विशेष पहचान बनाई थी।
 
पारी की शानदार शुरुआत
शुभमन गिल के साथ बल्लेबाजी करते हुए, पंत ने शुरुआत से आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। गिल भी अपनी शानदार फॉर्म में थे और शतक की ओर बढ़ रहे थे। दोनों ने दूसरे दिन से ही भारतीय टीम को एक मजबूत मंच दिया, जिसे तीसरे दिन और भी सुदृढ़ किया।
पंत ने हर गेंदबाज का सामना धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ किया। उनकी बल्लेबाजी की ताकत और स्वाभाविकता ने विरोधियों को परेशान कर दिया। उन्होंने 56 ओवर में 109 रनों पर मेहदी हसन के द्वारा आउट होने से पहले अपनी टीम को एक विशाल बढ़त की स्थिति में रख दिया।
कमबैक के बाद की पहली सेंचुरी
यह शतक पंत का लौटने के बाद का पहला टेस्ट शतक था और इसका महत्व इससे भी बढ़ जाता है कि उन्होंने एक न्यूट्रल जगह पर देखा जहां उनका प्रदर्शन ऐतिहासिक बन गया। इससे पहले, पंत ने अपना आखिरी टेस्ट शतक 1 जुलाई 2022 को इंग्लैंड के खिलाफ एजबस्टन, बर्मिंघम में बनाया था। पंत का यह शतक इसलिए भी खास है क्योंकि वे एक बड़ी दुर्घटना के बाद मैदान में लौटे हैं।
भारत और बांग्लादेश के बीच खेली जा रही इस सीरीज़ में पंत का यह प्रदर्शन न केवल उनकी व्यक्तिगत वापसी का प्रमाण है, बल्कि भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ की भी ताकत दिखाता है।
 
आगे की राह
पंत की यह पारी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खुशी का मौका है। इस बीच, भारतीय टीम ने तीसरे दिन के खेल में अपनी बढ़त को और भी बढ़ाया, और यह देखना बाकी है कि बांग्लादेश इस चुनौती का सामना कैसे करेगा। पंत की इस पारी ने उनकी प्रतिभा का एक और सबूत दिया और यह दिखाया कि वे अभी भी भारतीय क्रिकेट की धड़कन बने हुए हैं।
आने वाले दिनों में, पंत का प्रदर्शन उनकी फिटनेस और खेल पर ध्यान देने का प्रमाण होगा, और हमें यह भी देखने का मौका मिलेगा कि भारतीय टीम इस बढ़त को कैसे बनाए रखती है।
यह पारी न केवल पंत के करियर के लिए एक नया अध्याय है, बल्कि उनके प्रशंसकों के लिए भी एक उज्जवल भविष्य की उम्मीद बनकर आई है। भारतीय क्रिकेट का यह स्टार, अपने जज्बे और हुनर के साथ, हर मैच में एक नई मिसाल कायम करने की काबीलियत रखते हैं।
 
                     
                                 
                                 
                                 
                                
Dr.Arunagiri Ganesan
सितंबर 24, 2024 AT 00:18ऋषभ पंत की ये पारी सिर्फ एक शतक नहीं, बल्कि एक जिंदगी भर की मेहनत का परिणाम है। चोट के बाद वापसी आसान नहीं होती, लेकिन उन्होंने न सिर्फ वापसी की, बल्कि धोनी के रिकॉर्ड को छू लिया। ये भारतीय क्रिकेट का नया अध्याय है।
simran grewal
सितंबर 25, 2024 AT 09:27अरे यार, धोनी की बराबरी कर दी? अब तो पंत को बस टेस्ट कैप लगाना बाकी है, वरना उनका नाम भी धोनी के साथ लिख दिया जाएगा।
Vinay Menon
सितंबर 25, 2024 AT 20:02शुभमन गिल के साथ ओपनिंग करते हुए पंत ने जो रन बनाए, वो बस रन नहीं, भावनाएं भी बना रहे थे। बहुत सारे युवा बच्चे अब बल्लेबाजी का अंदाज़ बदल रहे हैं - धैर्य और आक्रामकता का मिश्रण।
Monika Chrząstek
सितंबर 26, 2024 AT 06:22पंत तो बहुत अच्छा खेल रहा है, लेकिन ये बात नहीं कि वो धोनी से बेहतर हैं। धोनी ने तो विश्व कप जीता था, पंत अभी तक एक मैच जीता है।
Vitthal Sharma
सितंबर 26, 2024 AT 12:08शतक। बस।
chandra aja
सितंबर 27, 2024 AT 18:31ये सब बनाया गया है, टीवी पर नज़र आने के लिए। पंत की चोट का वक्त बहुत अजीब था, और अचानक शतक? शक्तिशाली लॉबी काम कर रही है।
Sutirtha Bagchi
सितंबर 27, 2024 AT 19:57ओहो यार! पंत ने धोनी को पीछे छोड़ दिया? अब तो उनकी तस्वीरें घरों में लगानी होंगी! 😍
Abhishek Deshpande
सितंबर 27, 2024 AT 22:51यह शतक... इतना शानदार... और इतना अनुकूल... लेकिन क्या आपने ध्यान दिया? गेंदबाजी बहुत कमजोर थी... बांग्लादेश के गेंदबाज़ ने तो बस बल्लेबाजी को बढ़ावा दिया... इसलिए यह शतक... अधूरा है...
vikram yadav
सितंबर 28, 2024 AT 04:31पंत का ये शतक उस तरह का है जैसे पहले धोनी के शतक होते थे - बिना शोर के, बिना बहस के, बस बल्ले से बोल दिया। अब ये बात है कि वो इस फॉर्म में रहेंगे या नहीं। फिटनेस अब उनकी चुनौती है।
Tamanna Tanni
सितंबर 29, 2024 AT 19:51इतनी बड़ी वापसी के बाद ये शतक बहुत खूबसूरत है। हर युवा खिलाड़ी को ये देखना चाहिए - असफलता के बाद भी आगे बढ़ना संभव है।
Rosy Forte
सितंबर 29, 2024 AT 20:33असली बात यह है कि पंत की ये पारी एक अस्तित्ववादी घटना है - वह अपने शरीर के अस्थिरता के बावजूद, एक सांस्कृतिक निर्माण के रूप में अपने अस्तित्व को पुनर्स्थापित कर रहे हैं। धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी एक अपरिहार्य ऐतिहासिक आवश्यकता का परिणाम है।
Yogesh Dhakne
सितंबर 30, 2024 AT 23:18बहुत अच्छा खेल था। अब देखते हैं कि अगले मैच में वो कैसे खेलते हैं।
kuldeep pandey
अक्तूबर 1, 2024 AT 03:55हमेशा ऐसा होता है... जब कोई युवा खिलाड़ी अच्छा खेलता है, तो सब उसे धोनी के बराबर बता देते हैं। लेकिन धोनी ने तो दुनिया को जीता था... और आज का पंत? बस एक शतक।
Hannah John
अक्तूबर 2, 2024 AT 03:10पंत का शतक असल में एक गुप्त अमेरिकी राजनीतिक योजना का हिस्सा है जो भारत के क्रिकेट को बदलना चाहती है... और धोनी के रिकॉर्ड को तोड़कर भारतीय जाति की पहचान को बदलने की कोशिश कर रही है