कन्नड़ अभिनेत्री और एंकर अपर्णा वस्थारे का 57 वर्ष की आयु में लंग कैंसर से निधन

कन्नड़ अभिनेत्री और एंकर अपर्णा वस्थारे का 57 वर्ष की आयु में लंग कैंसर से निधन

जुल॰, 12 2024

अपर्णा वस्थारे का जीवन: कन्नड़ टेलीविजन की प्रमुख हस्ती

कन्नड़ अभिनेत्री और एंकर अपर्णा वस्थारे का लंग कैंसर से निधन हो गया है। वह 57 वर्ष की थीं और उन्होंने दो साल तक इस घातक बीमारी से संघर्ष किया था। वस्थारे का निधन उनके बंशांकरी स्थित निवास पर हुआ, इस दुखद समाचार को उनके पति नागराज वस्थारे ने सोशल मीडिया पर साझा किया। अपर्णा चौथे चरण के कैंसर से पीड़ित थीं।

टीवी और फिल्म का लंबा सफर

अपर्णा वस्थारे ने 1984 में 'मसणदा होवु' फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। यह फिल्म कन्नड़ सिनेमा के मशहूर निर्देशक पुट्टन्ना कनागल द्वारा निर्देशित थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में और टीवी शो में काम किया। 90 के दशक में वह दूरदर्शन के चैनल डीडी चंदना पर विभिन्न शो प्रस्तुत करती थीं, जिससे उन्हें बड़ी पहचान मिली।

अपर्णा ने न सिर्फ कन्नड़ सिनेमा और टीवी में अपने अभिनय का जलवा बिखेरा बल्कि रेडियो जॉकी के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने बेंगलुरु मेट्रो के लिए भी आवाज़ दी और विभिन्न महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। उनकी आवाज़ को पहचानना आसान था और कई लोग उनकी आवाज़ के प्रशंसक थे।

यादगार कार्यक्रम और शोज़

अपर्णा वस्थारे ने कन्नड़ चैनल्स पर कई यादगार कार्यक्रम और शो होस्ट किए। इनमें सबसे प्रमुख 'बिग बॉस' कन्नड़ संस्करण और पॉपुलर कॉमेडी शो 'मजा टॉकीज़' थे। इन शोज़ ने उन्हें घर-घर में मशहूर बना दिया था। उनके इन शोज़ में उनकी प्रस्तुति दर्शकों के दिलों में बस गई थी।

उनके निधन की खबर ने कन्नड़ इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया है। Chief Minister सिद्धरामैया समेत कई मशहूर हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उनके योगदान को कन्नड़ सिनेमा और टेलीविजन जगत में_ALWAYS]याद रखा जाएगा।

शोक संदेश और श्रद्धांजलि

शोक संदेश और श्रद्धांजलि

अपर्णा वस्थारे के निधन की खबर से उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसकों और सहकर्मियों ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने अभिनेता के रूप में न सिर्फ अपनी पहचान बनाई बल्कि एक इंसान के रूप में भी लोगों के दिलों को छुआ।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अपर्णा वस्थारे का योगदान कन्नड़ सिनेमा और टेलीविजन ऑडियन्स]EXPECTED]हमेशा याद रखेगा। उनकी विरासत को उनकी फिल्मों, टीवी शो और रेडियो कार्यक्रमों के माध्यम से जिंदा रखा जाएगा।

उनके पति नागराज वस्थारे ने बताया कि अपर्णा ने दो साल तक इस बीमारी से संघर्ष किया था। उन्होंने कहा कि अपर्णा बेहद साहसी थीं और अपनी बीमारी के बावजूद हमेशा मुस्कान से लोगों का सामना करती थीं।

व्यक्तिगत जीवन

व्यक्तिगत जीवन

अपर्णा वस्थारे का निजी जीवन भी काफी प्रेरणादायक था। उन्होंने जीवन के हर मोड़ पर अपने काम और परिवार को प्राथमिकता दी। उनके पति नागराज और उनकी पत्नी के बीच के गहरे प्यार और समर्पण की वजह से उनका जीवन हमेशा खुशहाल रहा।

उनके परिवार में उनके पति और बच्चे शामिल हैं, जो इस दुख की घड़ी में उनके साथ हैं। अपर्णा अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती थीं और उन्होंने कभी हार नहीं मानी। यही कारण है कि वह आज भी अपने अनुयायियों और प्रशंसकों के दिलों में जीवित हैं।

अंतिम संस्कार की खबर

आखिरी संस्कार की खबर भी सोशल मीडिया पर साझा की गई। अपर्णा के चाहने वालों का तांता उनके घर के बाहर लग गया। सभी लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुँचे।

अपर्णा वस्थारे की मौत ने कन्नड़ इंडस्ट्री में एक खालीपन छोड़ दिया है। उनकी प्रतिभा और सीमाओं से परे वाले उनके योगदान को हमें हमेशा याद रखना चाहिए। अपर्णा की याद उनकी फिल्मों, टीवी शोज़ और उनकी आवाज़ के माध्यम से हमेशा हमारे दिलों में ताज़ा रहेगी।

समाप्ति

समाप्ति

अपर्णा वस्थारे का जीवन अपने आप में एक मिसाल है। एक प्रतिभावान अभिनेत्री, एंकर और रेडियो जॉकी के रूप में उन्होंने अपना नाम बनाया। उनके जीवन की यात्रा, उनके संघर्ष और उनकी आत्मा का जीवटता उन सभी के लिए प्रेरणादायक है जो उन्हें जानते थे। कन्नड़ सिनेमा और टीवी जगत में उनका योगदान अतुलनीय है। उनके निधन से इंडस्ट्री ने एक अनमोल हीरा खो दिया है।

6 टिप्पणि

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    simran grewal

    जुलाई 14, 2024 AT 10:11

    अरे भाई, ये कैंसर का खेल फिर से शुरू हो गया? लोग तो अभी तक डिटेक्ट नहीं कर पा रहे कि ये बीमारी धीरे-धीरे जीवन को चूस रही है। अपर्णा जी को तो दो साल तक लड़ना पड़ा, लेकिन सरकार का क्या हुआ? जनता को हेल्थ चेकअप तक नहीं मिलता, फिर कैंसर की बात करना क्या है? 😒

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    Vinay Menon

    जुलाई 15, 2024 AT 06:57

    अपर्णा जी की आवाज़ तो बस एक दुनिया थी। मैंने बेंगलुरु मेट्रो में उनकी आवाज़ सुनकर हर दिन अपना दिन शुरू किया। उनकी मुस्कान, उनका अंदाज़, उनकी बातचीत - सब कुछ इतना इंसानी था। इंडस्ट्री ने एक असली तारा खो दिया है। शायद अब कोई और नहीं आएगा जो इतना दिल से जुड़े।

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    Monika Chrząstek

    जुलाई 16, 2024 AT 15:28

    oh my god i just cried reading this… she was like a second mom to me on tv 😭 i still remember her voice on dd chandana… she made me laugh even when i was sad. i hope her family finds peace. she was so brave… i wish i could’ve met her once. i’ll never forget her 😢

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    Vitthal Sharma

    जुलाई 17, 2024 AT 02:25

    आवाज़ याद रहेगी।

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    chandra aja

    जुलाई 18, 2024 AT 03:01

    ये सब बहुत अच्छा लग रहा है… लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि ये कैंसर जानबूझकर फैलाया गया है? फार्मा कंपनियां दवाओं की बिक्री बढ़ाने के लिए लोगों को बीमार रखती हैं। अपर्णा को ट्रीटमेंट नहीं मिला, क्योंकि उनकी आवाज़ अभी भी टीवी पर चल रही थी - वो उनके लिए एक बिजनेस एसेट थीं। ये सिस्टम बहुत बुरा है।

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    Sutirtha Bagchi

    जुलाई 18, 2024 AT 15:37

    ये तो बहुत बुरा हुआ 😭💔 मैंने उन्हें बिग बॉस में देखा था… उनकी आवाज़ बहुत सुंदर थी… अब कौन बोलेगा? 😢

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