यूक्रेन में रूसी सेना के साथ लड़ने के लिए उत्तर कोरिया के सैनिकों का सहयोग
यूक्रेन के राष्ट्रपति की गंभीर चेतावनी
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में अपने रात्री वीडियो सम्बोधन के दौरान एक गंभीर चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को इस समय एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जहां उसके रक्षा संबंधों को और अधिक प्रभावशाली बनाना आवश्यक है। यह चुनौती तब और बढ़ जाती है जब रूस उत्तर कोरिया से सैनिक और हथियार प्राप्त कर रहा है। यह नया घटनाक्रम केवल दो देशों के बीच के संबंधों को नहीं दर्शाता बल्कि वैश्विक स्तर पर एक नई दृष्टीकोण प्रस्तुत करता है। जेलेंस्की के अनुसार, रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते सहयोग ने संकेत दिए हैं कि अब युद्ध केवल सैन्य हथियारों तक सीमित नहीं रह गया है। इसमें उत्तर कोरियाई लोगों का आना भी शामिल है, जो रूसी सेना की पंक्तियों में शामिल हो रहे हैं।
रक्षा संबंधों में बदलाव की जरूरत
यूक्रेन के लिए इस नए खतरे के परिप्रेक्ष्य में जेलेंस्की का मानना है कि उनके देश के रक्षा संबंधों में बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने अपनी वीडियो सम्बोधन में बताया कि यूक्रेन को न केवल सामग्री समर्थन की जरूरत है बल्कि सामरिक साझेदारियों के पुनःनिर्धारण की भी आवश्यकता है। इस स्थिति में एक लंबी अवधि की रणनीति बनाने की जरूरत है, जिस से मोर्चे पर स्थितियों का प्रभावी तरीके से सामना किया जा सके। जेलेंस्की ने विशेष रूप से जोर देकर कहा कि युद्ध के लिए मोर्चे की समर्थन में अधिक लंबी दूरी की क्षमता को बढ़ाने और यूक्रेनी बलों के लिए ज्यादा निरंतर सप्लाई की जरूरत है।

कोरियाई समर्थन की निरंतरता
इस परिप्रेक्ष्य में, दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग-ह्युन ने इस बात की संभावना व्यक्त की है कि उत्तर कोरिया रूस की मदद के लिए अपने सैनिकों को भेज सकता है। यह चिंता की बात है कि उत्तर कोरियाई सैनिकों की मृत्यु यूक्रेन द्वारा रूसी नियंत्रित क्षेत्र पर किए गए हमले के दौरान हुई थी। हालांकि, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इन बातों को झूठी सूचनाओं के रूप में खारिज कर दिया है।
यूक्रेन की सामरिक प्राथमिकताएं
जेलेंस्की के बयान इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि वर्तमान संघर्ष में उत्तर कोरिया के प्रवेश से यूक्रेन के लिए अपने रक्षा सहयोगों को फिर से संतुलित करने की आवश्यकता है। अब यह युद्ध केवल सामग्री समर्थन के बारे में नहीं है। इसमें रक्षा साझेदारों के साथ रणनीतिक समायोजन भी शामिल है, जो न केवल यूक्रेन के लिए बल्कि उसके समर्थक देशों के लिए भी आवश्यक है। समय की मांग है कि रक्षा साझेदारी को नवीनीकृत किया जाए ताकि बदलती परिस्थितियों में यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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