बिहार के अर्राह में तनिष्क शोरूम पर हमला: 25 करोड़ की जेवरात लूट, दो गिरफ्तार

बिहार के अर्राह में तनिष्क शोरूम पर हमला: 25 करोड़ की जेवरात लूट, दो गिरफ्तार

नव॰, 22 2025

मंगलवार, 10 मार्च 2025 को दोपहर के लगभग 10:30 बजे, तनिष्क के अर्राह स्थित गोपाली चौक शोरूम पर आठ लोगों की एक सशस्त्र टोली ने एक धाकड़ लूट किया। लूट में सोने के हार, गले की चेन, बाली, हीरे और नकदी सहित कुल ₹25 करोड़ की जेवरात ले जाई गई। शोरूम के प्रबंधक कुमार मृत्युंजय ने बताया कि सोने की मात्रा हीरों से कहीं अधिक थी, और नकदी का अनुमान अभी तक नहीं लग पाया। घटना की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो गई — जिसमें आठ-नौ आतंकी मास्क और हेलमेट पहने, दो मोटरसाइकिलों पर आए और ग्राहकों और कर्मचारियों को बंदूक से घेरकर हाथ ऊपर करने को कहा।

लूट का तरीका: ग्राहक बनकर घुसे

पुलिस के अनुसार, आरोपी ने शोरूम के नियम का फायदा उठाया — एक बार में केवल चार ग्राहक ही अंदर जा सकते हैं। इसलिए पहले दो आतंकी अंदर गए, फिर चार और। जैसे ही शोरूम में भीड़ बढ़ी, बाकी तीन भी घुस गए। सुरक्षा गार्ड मनोज कुमार के अनुसार, उन्होंने अपनी राइफल छीन ली और उन्हें जोर से पीटा। सभी कर्मचारियों के मोबाइल भी जब्त कर लिए गए। दो शोरूम के अधिकारी भी बंदूक से सिर पर मारे गए।

पुलिस की देरी और आलोचना

लेकिन यहाँ सबसे बड़ी बात — पुलिस का जवाब देर से आया। अर्राह थाना केवल 700 मीटर दूर था। फिर भी, कर्मचारियों ने 25-30 बार पुलिस को फोन किया, लेकिन कोई नहीं आया। सिमरन, एक कर्मचारी, ने कहा, "हमने 112 भी डायल किया। पुलिस कहती रही कि आ रही है, लेकिन जब तक वे आए, चोर भाग चुके थे।" यह देरी ने स्थानीय लोगों में गुस्सा भर दिया। एक आम आदमी ने कहा, "अगर थाना इतना करीब है, तो ये लूट कैसे हो गई?"

पुलिस की कार्रवाई: दो गिरफ्तार, चार भागे

घटना के बाद तुरंत पुलिस ने एक बड़ी तलाशी शुरू की। दोपहर के बाद, अर्राह-बाबूरा रोड पर तीन संदिग्ध मोटरसाइकिलों को रोका गया। इनमें से दो आरोपी ने अपनी बाइक छोड़ दी और भागने की कोशिश की। जब पुलिस ने उनका पीछा किया, तो उन्होंने बंदूक चलाई। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी गोलीबारी की। दोनों आरोपी टांग में गोली लगने से घायल हो गए। उनसे दो बोरी जेवरात, दो पिस्टल, दस गोलियाँ और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई। पुलिस ने बताया कि इन बोरियों में ₹15 करोड़ की जेवरात थी। लेकिन तीसरी बोरी गायब है — और चार आरोपी अभी भी फरार हैं।

विशेष जाँच टीम और CCTV का रोल

भोजपुर के एसपी राज ने घोषणा की कि एक विशेष जाँच टीम (SIT) गठित की गई है। सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण चल रहा है, और आरोपियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कर दी गई हैं। एसपी ने कहा, "हमने सभी भागने के रास्ते बंद कर दिए हैं। अगले 48 घंटों में बाकी चोरों को पकड़ लिया जाएगा।" उन्होंने यह भी बताया कि लूट के दौरान सुरक्षा गार्ड की राइफल भी ले ली गई है — जिसका इस्तेमाल अगले अपराधों में हो सकता है।

अतीत का अंधेरा: पहले भी हुआ था ऐसा ही हमला

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यह लूट बिहार में ऐसी पहली घटना नहीं है। इससे कुछ दिन पहले, चुनमुन झा, 25 वर्षीय एक युवक, जिसे अर्राह के तनिष्क लूट में शामिल होने का आरोप था, को बिहार पुलिस की विशेष टास्क फोर्स ने अररिया के थल्हा नाले के पास एक एनकाउंटर में मार दिया। उसके खिलाफ भी उसी तरह का आरोप था — ग्राहक बनकर घुसना, गार्ड की राइफल छीनना, और जेवरात लूटना। लेकिन उस घटना में लूट की राशि ₹10 करोड़ बताई गई थी — जो इस बार के ₹25 करोड़ से कम है। क्या ये एक ही गिरोह है? या अलग-अलग टोलियाँ एक जैसे तरीके से काम कर रही हैं? यह अभी अनसुलझा सवाल है।

परिणाम: जनता का भरोसा टूटा

इस लूट ने बिहार के लोगों के भीतर एक गहरा आतंक पैदा कर दिया है। जेवरात की दुकानें अब दिन में भी बंद रहने लगी हैं। कई ग्राहक अब शोरूम में जाने से डर रहे हैं। "मैं अपनी बहू के लिए बरात के लिए जेवरात खरीदने गया था," एक वृद्ध ने कहा, "अब मैं नहीं जाऊँगा। क्योंकि अब ये लूट बहुत बड़े पैमाने पर हो रहे हैं।"

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

तनिष्क शोरूम में लूट के बाद पुलिस क्यों देर से पहुँची?

अर्राह थाना शोरूम से केवल 700 मीटर दूर था, लेकिन कर्मचारियों ने 25-30 बार पुलिस को फोन किया और 112 भी डायल किया, फिर भी पुलिस 30 मिनट तक नहीं आई। एक अधिकारी ने बताया कि "अलर्ट सिस्टम ने तुरंत जवाब नहीं दिया" — जिसका मतलब है कि आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए नियम या तो नहीं थे या उनका पालन नहीं हो रहा था।

लूट के दौरान कितने आरोपी शामिल थे?

सीसीटीवी फुटेज में 5 से 9 आरोपी दिखाई देते हैं। पुलिस का मानना है कि आठ या नौ लोग शामिल थे। दो गिरफ्तार हो चुके हैं, चार अभी फरार हैं, और एक आरोपी चुनमुन झा को एनकाउंटर में मार दिया गया। अभी तक यह नहीं पता कि ये सभी एक ही गिरोह के हैं या अलग-अलग समूह हैं।

₹15 करोड़ की जेवरात कैसे बरामद हुई?

पुलिस ने अर्राह-बाबूरा रोड पर तीन मोटरसाइकिलों को रोका। दो आरोपी भागे, जिनके साथ दो बोरी जेवरात थीं। गोलीबारी के बाद उनसे बोरियाँ और हथियार बरामद हुए। बाकी की एक बोरी अभी तक नहीं मिली है — जिसमें लगभग ₹10 करोड़ की जेवरात हो सकती है।

इस लूट का क्या असर बिहार के व्यापार पर पड़ेगा?

तनिष्क जैसी बड़ी ब्रांड्स ने अब बिहार के अन्य शोरूम में सुरक्षा बढ़ा दी है। अन्य जेवरात की दुकानें भी अब दिन में भी बंद रह रही हैं। ग्राहकों का भरोसा टूट चुका है, जिससे बिहार में शुभ अवसरों पर जेवरात की बिक्री में 40% तक की गिरावट आ सकती है।

क्या यह लूट अतीत की घटनाओं से जुड़ी है?

हाँ। पिछले हफ्ते अररिया में चुनमुन झा की मौत हुई, जिसे अर्राह के तनिष्क लूट में शामिल होने का आरोप था। दोनों घटनाओं में तरीका एक जैसा है — मास्क पहनकर घुसना, गार्ड की राइफल छीनना, और दो मोटरसाइकिलों पर भागना। यह एक नए अपराधी नेटवर्क का संकेत हो सकता है।

अब तनिष्क क्या कर रहा है?

तनिष्क ने अर्राह शोरूम को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और सुरक्षा नियमों में सुधार किया है। अब शोरूम में एक अतिरिक्त सुरक्षा कर्मचारी रखा जाएगा, और सीसीटीवी कैमरों को रियल-टाइम पुलिस सेंटर से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, ग्राहकों के लिए एक अलग एंट्री और एक्सिट पॉइंट बनाया जा रहा है।

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