दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीबीआई की पूछताछ
दिल्ली एक्साइज नीति मामले में नई घटनाओं के बीच, 25 जून, 2024 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से तिहाड़ जेल में पूछताछ की। सीबीआई ने इस दौरान केजरीवाल का बयान रिकॉर्ड किया और उनके अदालत में पेश किए जाने की संभावना जताई जा रही है। यह घटना उस समय आई है जब दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें नियमित जमानत देने के ट्रायल कोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी थी।
हाईकोर्ट का फैसला
हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि ट्रायल कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को पर्याप्त रूप से समझने में असफल रहा और केंद्रीय एजेंसी को अपने रोक आवेदन पर बहस का उचित मौका नहीं दिया गया। इस मामले ने राजनीतिक उठापटक का रूप ले लिया है और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने इसके पीछे केंद्र सरकार की साजिश का आरोप लगाया है।
संजय सिंह के आरोप
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार केजरीवाल के खिलाफ एक फर्जी मामला बनाकर उन्हें गिरफ्तार कराने की साजिश कर रही है। उन्होंने यह दावा भी किया कि सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को जमानत मिलने की पूरी संभावना है। संजय सिंह का यह बयान तब आया जब सीबीआई ने केजरीवाल से पूछताछ की और अदालत में पेशी के चर्चे शुरू हुए।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस मुद्दे ने विपक्षी दलों को भी सक्रिय कर दिया है। विपक्षी दलों ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया है और केंद्र सरकार पर अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि कानून अपना काम करेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
दिल्ली एक्साइज नीति मामले का इतिहास
दिल्ली एक्साइज नीति मामले की शुरुआत कई वर्षों पहले हुई जब सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए गए। एक्साइज नीति में घोषित बदलावों को लेकर विधानसभा और मुख्य विपक्षी दलों ने सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद मामला प्रवर्तन निदेशालय के पास गया जिसमें कई सुनवाई हुई और साक्ष्य प्रस्तुत किए गए।
आगे की राह
इस मामले के आगे बढ़ने के साथ ही कानूनी प्रक्रिया भी तेज हो गई है। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला बहुत महत्वपूर्ण है और इससे देश की राजनीतिक दिशा भी प्रभावित हो सकती है। केजरीवाल की गिरफ्तारी और अदालत में पेशी की संभावना ने आम आदमी पार्टी के समर्थकों को चिंतित कर दिया है।
देखना होगा कि इस मामले की आगे की सुनवाई में क्या होता है और क्या केजरीवाल को न्यायालय से राहत मिलती है या नहीं।
सीबीआई और ईडी की भूमिका
इस मामले में सीबीआई और ईडी दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण है। सीबीआई ने जहां जांच के मामले में प्रमुख भूमिका निभाई है, वहीं ईडी ने साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं। अभी यह देखना बाकी है कि अदालत में प्रस्तुत साक्ष्यों को कितनी अहमियत मिलती है।
इस पूरे प्रकरण में सीबीआई और ईडी की कार्यवाही पर भी आलोचनाएं उठी हैं और इन एजेंसियों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने इसे राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया है।
आम जनता की प्रतिक्रिया
देश की आम जनता भी इस घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। केजरीवाल समर्थक इसे उनके खिलाफ साजिश बता रहे हैं जबकि विरोधी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा मानते हैं।
इस मामले के सभी पहलुओं को देखने के बाद ही यह निर्णय लिया जा सकेगा कि सच्चाई क्या है और अदालत का निर्णय क्या होता है।
sneha arora
जून 26, 2024 AT 23:56Thomas Mathew
जून 27, 2024 AT 12:06Amit Mitra
जून 28, 2024 AT 00:05simran grewal
जून 29, 2024 AT 12:07Vitthal Sharma
जून 30, 2024 AT 20:49Siddharth Madan
जून 30, 2024 AT 22:42Vinay Menon
जुलाई 2, 2024 AT 04:13Dr.Arunagiri Ganesan
जुलाई 4, 2024 AT 02:09Monika Chrząstek
जुलाई 4, 2024 AT 22:34Sagar Solanki
जुलाई 6, 2024 AT 06:14Nathan Roberson
जुलाई 6, 2024 AT 10:10