18वीं लोकसभा चुनाव: क्या है नया?

भारत में हर पाँच साल बाद जो बड़े चुनाव होते हैं, वो ही लोकसभा चुनाव कहलाते हैं. अब जब 2024 के लिए तैयारियां तेज़ हो रही हैं, तो कई लोग पूछ रहे हैं – इस बार कौन‑से मुद्दे प्रमुख होंगे और वोटर कैसे तैयारी कर सकते हैं? चलिए सरल भाषा में समझते हैं कि 18वीं लोकसभा में क्या बदलाव आ सकता है.

सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है कि कुल 543 सीटों में से कितनी सीटें आपके इलाके की हैं. प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र का अपना प्रतिनिधि चुना जाता है, और यही सांसद संसद में भारत के लिए आवाज़ उठाते हैं. अगर आप अपने मतदान अधिकार को सही इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इस बात को याद रखें – आपका वोट सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि आपके प्रदेश की विकास दिशा तय करता है.

मुख्य पार्टियों की रणनीति

बड़ी तीन राष्ट्रीय पार्टियां – भाजपा, कांग्रेस और एएपी – हर बार अलग‑अलग कहानी लेकर आती हैं. 2024 में भाजपा ने "विकास का रिकॉर्ड" पर ज़ोर दिया है, जबकि कांग्रेस ने "भ्रष्टाचार विरोधी गठजोड़" को अपना मुख्य नारा बनाया है. एएपी कई शहरों में युवा वोटर को आकर्षित करने के लिये नई तकनीकों और स्थानीय मुद्दों पर फोकस कर रही है.

राजनाथ सिंह की हालिया SCO बैठक में भारत का कठोर रुख भी एक चर्चा का विषय बन गया है. इससे अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी नीतियों पर बहस बढ़ी है, और यह मुद्दा कई निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच अलग‑अलग राय पैदा कर रहा है.

छोटे क्षेत्रीय दलों की भी अब बड़ी भूमिका हो सकती है. कुछ राज्यों में गठबंधन बनाकर वे बड़े पार्टियों को बैलेंस कर रहे हैं. इसका मतलब यह है कि आपके स्थानीय उम्मीदवार का चयन सिर्फ पार्टी नहीं, बल्कि उनकी जमीन से जुड़ी समस्याओं पर भी निर्भर करेगा.

वोटर टिप्स और टाइमलाइन

पहला कदम – अपना मतदान केंद्र पता करें. आप ऑनलाइन या नजदीकी निर्वाचन कार्यालय में जाकर आसानी से पता लगा सकते हैं. दूसरे, अपने दस्तावेज़ तैयार रखें: वोटर आईडी कार्ड, फोटो पहचान पत्र (यदि आवश्यक हो) और कोई भी वैध प्रमाणपत्र.

तीसरा, चुनाव के प्रमुख दिनांक याद रखें. 2024 में फाइलिंग डेडलाइन, कैंपेन समाप्ति तिथि और मतदान दिवस सभी अलग‑अलग राज्यों में विभिन्न हो सकते हैं. इन तारीखों को कैलेंडर में नोट कर लें, ताकि आख़िरी क्षण की अड़चन न आए.

चौथा, अगर आप पहली बार वोट डाल रहे हैं तो अपने परिवार या मित्रों से मदद माँगे. मतदान प्रक्रिया बहुत सरल है – बस बॉल्ट बॉक्स तक जाएँ, अपना नाम लिखवाएँ और बैलेट पेपर चुनें.

अंत में, इस बात को याद रखें कि आपका वोट सिर्फ चुनाव जीतने के लिए नहीं, बल्कि अपने इलाके की समस्याओं का समाधान पाने के लिये भी महत्वपूर्ण है. अगर आप सड़कों की हालत, पानी की सप्लाई या शिक्षा से जुड़ी कोई समस्या चाहते हैं तो उस पर उम्मीदवार को प्रश्न पूछें और उनके वादे सुनें.

तो तैयार हो जाइए! 18वीं लोकसभा चुनाव आपके हाथ में है, और सही जानकारी के साथ आप अपना अधिकार पूरी तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. याद रखें – हर वोट मायने रखता है, और आपका योगदान भारत की राजनीति को नया दिशा देगा.

भारतरुहारी महताब ने 18वीं लोकसभा के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में शपथ ली

भारतरुहारी महताब ने 18वीं लोकसभा के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में शपथ ली

सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सात बार के सांसद और भाजपा सदस्य भारतरुहारी महताब को नई गठित 18वीं लोकसभा के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई। महताब और उनके साथ अध्यक्षों के एक पैनल को सोमवार और मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है क्योंकि विजेता उम्मीदवार 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेंगे।

आगे पढ़ें

श्रेणियाँ: राजनीति

0