कौन हैं नलिन प्रभात: जम्मू-कश्मीर के नए डीजीपी
कौन हैं नलिन प्रभात?
भारतीय पुलिस सेवा (आई.पी.एस.) के अधिकारी नलिन प्रभात को जम्मू-कश्मीर पुलिस का नया विशेष महानिदेशक (एस.डी.जी.) नियुक्त किया गया है। गृह मंत्रालय ने 15 अगस्त, 2024 को यह घोषणा की। प्रभात, जो आर.आर. स्वैन की जगह पद ग्रहण करेंगे, 1 अक्टूबर से इस भूमिका को संभालेंगे। आर.आर. स्वैन 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
नलिन प्रभात का परिचय
नलिन प्रभात का जन्म 14 मार्च, 1968 को हिमाचल प्रदेश के मनाली के थुंगरी गाँव में हुआ था। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक (बीए ऑनर्स) और स्नातकोत्तर (एमए) की डिग्री प्राप्त की है। 1992 बैच के इस आई.पी.एस. अधिकारी के पास आतंकवाद विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है। उन्होंने आंध्र प्रदेश में ग्रेहाउंड्स, एक विशेष एंटी-नक्सल इकाई, का नेतृत्व किया है।

प्रभात का करियर
55 वर्षीय नलिन प्रभात ने अप्रैल 2024 से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एन.एस.जी.) के महानिदेशक के रूप में सेवा की। उनका करियर कई प्रशंसाओं से सम्मिलित है, जिसमें तीन पुलिस गैलंटेरी मेडल और पराक्रम पदक शामिल हैं। उन्होंने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) के जम्मू-कश्मीर स्पेशल डीजी और अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में भी कार्य किया है। इसके अलावा, वे कश्मीर और दक्षिण कश्मीर सेक्टर्स के लिए डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (डी.आई.जी.) और अन्य अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी
यह नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। जिसमें कई मुठभेड़ें और हिंसक झड़पें शामिल हैं। काठुआ में एक सेना के काफिले पर हमले और डोडा और उधमपुर में झड़पें हुई हैं। इस वर्ष अब तक 20 से अधिक सैनिकों की मौत हो चुकी है और दर्जनों नागरिक भी हताहत हुए हैं।
प्रभात की रणनीतिक दृष्टिकोण पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है जो क्षेत्र की सुरक्षा परिघटना को एक नया आयाम दे सकती है। गृह मंत्रालय ने एन.एस.जी. से उनके स्थानांतरण को तात्कालिक प्रभाव से ए.जी.एम.यू.टी. कैडर में करने की घोषणा की है।

भविष्य की दृष्टि
नलिन प्रभात की नियुक्ति से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार होने की उम्मीद है। उनके अनुभव और नेतृत्व कौशल पर सभी की नजरें टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे किस तरह से अपने व्यापक अनुभव का उपयोग करते हुए आतंकवाद पर काबू पाने में सफल होते हैं।
अंत में, नलिन प्रभात की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है जो यह दर्शाती है कि सरकार जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है। प्रभात का अनुभव और उनकी जोशिलता इस जिम्मेदारी को पूरी तत्परता के साथ निभाने में सहायक सिद्ध होगी।
जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है, और नलिन प्रभात की अगुवाई में पुलिस बल इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। देखते हैं कि आने वाले समय में उनके नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति कितनी सुदृढ़ होती है।
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