सीबीआई चार्जशीट – ताज़ा अपडेट और उपयोगी टिप्स
अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो सीबीआई (सिविल सेवा) के चार्जशीट को समझना बहुत जरूरी है। कई बार उम्मीदवार आधी जानकारी पर ही अटक जाते हैं, इसलिए हम यहाँ आसान भाषा में सब कुछ बताते हैं। सबसे पहले यह जानिए कि चार्जशीट क्या होती है और इसमें कौन‑कौन से सेक्शन होते हैं।
सीबीआई चार्जशीट क्या है?
चार्जशीट एक दस्तावेज़ होता है जिसमें परीक्षा का पूरा खाका लिखा रहता है – जैसे पेपर की संख्या, कुल अंक, समय सीमा और प्रत्येक प्रश्न के वजन। यह नोटिफिकेशन के साथ जारी किया जाता है, इसलिए जब भी नया भर्ती विज्ञापन आए तो चार्जशीट को देखना पहला कदम होना चाहिए। अक्सर इसमें पिछले साल के बदलाव भी बताये जाते हैं, जैसे कि नए विषय या कट‑ऑफ मार्क्स।
आवेदन करने की प्रमुख बातें
SSC CGL और अन्य सिविल सेवा परीक्षाओं में आवेदन प्रक्रिया दो‑तीन चरणों में बाँटी होती है – ऑनलाइन फॉर्म भरना, दस्तावेज़ अपलोड करना और शुल्क जमा करना। हर कदम को समय पर पूरा करें, नहीं तो आपका आवेदन रद्द हो सकता है। खास बात यह है कि सभी प्रमाणपत्र साफ‑सुथरे स्कैन किए हुए हों, क्योंकि बाद में कोई भी धुंधला दस्तावेज़ कारण से आप बाहर निकल सकते हैं।
एक बार फॉर्म जमा हो जाए तो अगले चरण की तैयारी शुरू करें। पिछले साल के प्रश्न पत्र देखें, क्योंकि वही पैटर्न अक्सर दोहराया जाता है। साथ ही, चार्जशीट में बताए गए विषयों को बराबर समय दें – अगर कोई सेक्शन 30% अंक रखता है तो उसकी तैयारी पर ज्यादा ध्यान दें।
जब परीक्षा का दिन निकट आता है, तो टाइम मैनेजमेंट की प्रैक्टिस करें। एक मॉक टेस्ट लें और देखें कि आप किस सेक्शन में देर कर रहे हैं। अगर किसी विषय में कमजोरी है तो उसी समय को दोबारा पढ़ें, नहीं तो अंतिम मिनट में तनाव बढ़ेगा।
अंत में, चयन प्रक्रिया के बाद भी काम खत्म नहीं होता। डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन और मेडिकल टेस्ट की तैयारियां शुरू करें। यह कदम अक्सर नजरअंदाज़ हो जाता है, लेकिन अगर आप इसे सही समय पर पूरा कर लेते हैं तो आपका नाम आगे बढ़ता रहेगा।
तो अब जब आपके पास सीबीआई चार्जशीट का पूरा गाइड है, तो जल्दी से अपनी तैयारी की योजना बनाइए और अपडेटेड नोटिफिकेशन को फॉलो करते रहें। सफलता उसी के साथ होगी जो सही जानकारी पर भरोसा रखे।

अरविंद केजरीवाल का एक्साइज 'घोटाले' में सीधा हाथ: सीबीआई चार्जशीट
सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पांच अन्य के खिलाफ एक्साइज नीति घोटाले के मामले में 200 पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें केजरीवाल पर सीधे शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं। चार्जशीट के अनुसार, केजरीवाल ने नीतिगत अनियमितताओं की सुविधा प्रदान की और मार्च 2021 में अपने निवास पर नीति रिपोर्ट को सौंपा। अदालत ने केजरीवाल की जमानत याचिका पर निर्णय सुरक्षित रखा है।
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