RIL AGM 2025 – क्या हुआ, क्यों महत्वपूर्ण है?
रिलायंस इंडस्ट्रीज का वार्षिक आम सभा (AGM) हर साल निवेशकों के लिए सबसे बड़ी खबर बनती है। 2025 की बैठक में कंपनी के सीईओ मुकेश अमिताभ ने नई रणनीति, लाभांश और भविष्य की योजना के बारे में सीधे शेयरधारकों से बात की। अगर आप शेयरधारक हैं या कंपनी में रुचि रखते हैं, तो इस लेख में हम सबसे जरूरी पॉइंट्स को सरल भाषा में समझेंगे।
मुख्य वित्तीय आंकड़े
AGM में बताया गया कि पिछले वित्तीय वर्ष में रिलायंस का टॉपलाइन 7.2 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल से 12% बढ़ा। नेट प्रॉफिट 1.1 ट्रिलियन के आसपास था, और खास बात यह थी कि डिजिटल सर्विसेस सेक्टर ने 18% की तेज़ी से वृद्धि दिखाई। पेट्रोलियम रिफ़ाइनिंग में थोड़ा गिरावट आयी, लेकिन कुल मिलाकर कंपनी का प्रॉफिट मार्जिन सुधरा। इन आंकड़ों से निवेशकों को यह समझ आया कि किस सेक्टर में कंपनी की ताकत है और कहाँ चुनौतियाँ हैं।
शेयरधारकों के सवाल और प्रबंधन के जवाब
बोर्ड ने शेयरधारकों के कई सवालों पर सीधे जवाब दिया। सबसे ज़्यादा पूछे गए सवाल थे – डिविडेंड पॉलीसी, शेयर बायबैक और नई टेक्नोलॉजी में निवेश। कंपनी ने इस साल 12% डिविडेंड की घोषणा की, जो 2024 की तुलना में थोड़ा बढ़ा। साथ ही 5,000 करोड़ रुपये का शेयर बायबैक योजना चलाने का इरादा बताया गया, जिससे शेयर का मूल्य स्थिर रहेगा। नई टेक्नोलॉजी जैसे हाइड्रोजन और एआई में आगे के निवेश को भी प्राथमिकता दी गई, ताकि भविष्य में रिफ़ाइनिंग से हट कर सतत ऊर्जा में भी कंपनी का विस्तार हो सके।
यदि आप शेयरधारक हैं, तो यह समझना जरूरी है कि ये फैसले आपके पोर्टफ़ोलियो को कैसे प्रभावित करेंगे। डिविडेंड बढ़ने से मौजूदा शेयरधारकों को नियमित आय मिलती है, जबकि बायबैक योजना से शेयर की कीमत में स्थिरता आती है। नई निवेश योजनाएं तो दीर्घकालिक ग्रोथ की ओर इशारा करती हैं, लेकिन थोड़ी रिस्क भी ले आती हैं। इसलिए निवेश करने से पहले इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखें।
आगे चलकर रिलायंस के अगले कदम क्या हो सकते हैं? कंपनी ने बताया कि 2026 तक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को 1 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यूएशन देना लक्ष्य है, और हाइड्रोजन बेस्ड प्रोजेक्ट्स को 2,000 करोड़ रुपये की फंडिंग मिल सकती है। अगर ये योजना सफल होती है, तो रिलायंस का बिज़नेस मॉडल ऊर्जा और डिजिटल दोनों क्षेत्रों में मजबूत हो जाएगा।
अंत में, अगर आप इस AGM के बारे में और गहरी जानकारी चाहते हैं, तो कंपनी की आधिकारिक रिपोर्ट, प्रेज़ेंटेशन स्लाइड और शेयरधारक सूचना पत्र को डाउनलोड कर सकते हैं। ये दस्तावेज़ आपको सभी आंकड़े, ग्राफ़ और प्रबंधन के विस्तृत बयान देंगे, जिससे आप अपने निवेश निर्णय को और ठोस बना सकेंगे।

Reliance Consumer Products सीधे RIL की सहायक: AGM 2025 में Isha Ambani ने बताया नया प्लान
RIL की 48वीं AGM में Isha Ambani ने बताया कि RCPL अब सीधे Reliance Industries की सहायक होगी। कंपनी ने ₹1 लाख करोड़ का राजस्व लक्ष्य रखा है। कदम का मकसद उपभोक्ता ब्रांड्स को एक छत के नीचे लाकर स्केल, रणनीति और वैल्यू बढ़ाना है। भारत का $2 ट्रिलियन उपभोक्ता बाजार और 19,000+ स्टोर्स इस दांव को ताकत देते हैं। IPO टाइमलाइन पर कंपनी ने मौन रखा।
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