जब Larry Page, सह‑स्थापक और Sergey Brin ने Stanford University के कैंपस में सर्च इंजन का विचार जन्म दिया, तब से Google ने 27 साल बाद 27 सितंबर 2025 को एक विशेष डूडल के साथ अपना जन्मदिन मनाया। यह डूडल कंपनी के मूल 1998 के लोगो को दिखाता है, जिसे Ruth Kedar ने डिज़ाइन किया था।
गूगल के 27वें जन्मदिन की पृष्ठभूमि
गूगल की आधिकारिक स्थापना 4 सितंबर 1998 को हुई थी, लेकिन कंपनी ने 2006 से हर साल 27 सितंबर को जन्मदिन मनाना शुरू किया। ऐसा समय‑संकट क्यों? इतिहासकारों का मानना है कि 2001‑02 में कंपनी ने कुछ प्रमुख प्रौद्योगिकी‑मील के पत्थर हासिल किए, जिनमें बड़े‑पैमाने पर वेब‑इंडेक्सिंग का शुरुआत शामिल था, जो अक्सर इस तिथि से जोड़ा जाता है।
डूडल का इतिहास 1998 तक जाता है, जब Larry Page और Sergey Brin ने छुट्टी पर जाने का संदेश देने के लिए पहला डूडल बनाया। पहला एनिमेटेड डूडल 31 अक्टूबर 2000 को देखा गया था।
डूडल का विशिष्ट स्वरूप और डिज़ाइन कहानी
2025 के डूडल में कंपनी ने अपने शुरुआती मोनोग्राम को पुनर्जीवित किया। Ruth Kedar ने उस समय क्युल (Catull) फ़ॉन्ट चुना था – एक सैरीफ़ फ़ॉन्ट जो पारम्परिक सौंदर्य को आधुनिक भावना से जोड़ता है। उन्होंने रंगों को इस तरह चुना कि लाल, नीला, पीला और हरा – जो आज भी गूगल के प्रमुख रंग हैं – ‘असीम संभावनाओं’ का प्रतीक हों।
डूडल की स्क्रीन पर दिखते हुए अक्षर बड़े‑बड़े, चमकीले और थोड़ा झुके हुए थे, जिससे यह मूल लोगो की याद दिलाता है, पर साथ ही आज के AI‑चालित इंटरफ़ेस की झलक भी देता है। टेक‑विशेषज्ञों ने कहा कि यह डिज़ाइन “वर्षों के बाद भी समय‑हीन है” और यही कारण है कि गूगल तुरंत ही इस डूडल को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया गया।
कंपनी का विकास और मौजूदा संरचना
आज Alphabet Inc. के अंतर्गत Google कई प्रोडक्ट्स चलाता है: Gmail, YouTube, Maps, Android, Pixel फोन्स और AI प्लेटफ़ॉर्म Gemini। पीछे के प्रमुख निवेशकों में Andy Bechtolsheim का $100,000 का चेक (अगस्त 1998) शामिल है, जो कंपनी की प्रारम्भिक वित्तीय बुनियाद रहा।
सांडर पिचाई, जो 2015 में Google के CEO बने, ने इस डूडल को “हमारी जड़ें और भविष्य दोनों को श्रद्धांजलि” कहा। जबकि लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन अब दैनिक संचालन में नहीं हैं, उनके पास विशेष क्लास B शेयरों के माध्यम से मतदान शक्ति बनी हुई है।
विभिन्न हितधारकों की प्रतिक्रियाएँ
डिज़ाइन समुदाय ने डूडल को “इंट्रॉस्पेक्टिव माइंडफुलनेस” कहा, क्योंकि यह शुरुआती लोगो की नॉस्टैल्जिया लाता है और साथ ही कंपनी की निरंतर नवाचार भावना को दर्शाता है। निवेशकों ने कहा, “ऐसे स्मरणीय पहलें ब्रांड की वैल्यू को बढ़ाती हैं और उपयोगकर्ता विश्वास को गहरा करती हैं।”
सामान्य उपयोगकर्ताओं में प्रतिक्रियाएँ मिली-जुली थीं: कुछ ने “वह समय याद दिलाया जब हम सिर्फ़ खोजते थे” कहा, जबकि कुछ ने “अब गूगल के पास AI से लेकर क्लाउड तक सब कुछ है, सिर्फ़ लोगो ही नहीं, पूरी इकोसिस्टम बदल गई है” कहा।
भविष्य की संभावनाएँ और अगले कदम
आगामी वर्ष में गूगल Gemini AI को अधिक इंटरैक्टिव बनाकर सार्वजनिक परीक्षण में लॉन्च करने की योजना बना रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि डूडल जैसी यादगार अभियान कंपनी को अगली पीढ़ी की एआई‑सेवाओं के साथ साथ उपयोगकर्ता जुड़ाव बनाए रखने में मदद करेंगे।
साथ ही, अल्फ़ाबेट समूह ने भविष्य में “डूडल‑इनोवेशन लैब” स्थापित करने की घोषणा की है, जहाँ क्रिएटिव टीमें प्रयोगात्मक ग्राफ़िक और इंटरैक्टिव प्रोजेक्ट्स पर काम करेंगी।
मुख्य तथ्य
- डूडल ने 27 सितंबर 2025 को गूगल का 27वां जन्मदिन मनाया।
- डिज़ाइन का श्रेय Ruth Kedar को दिया गया।
- गूगल की स्थापित तिथि 4 सितंबर 1998, लेकिन औपचारिक जश्न 27 सितंबर पर होता है।
- संस्थापक Larry Page और Sergey Brin ने शुरुआती फंडिंग Andy Bechtolsheim से प्राप्त की।
- आज गूगल Alphabet Inc. के प्रमुख प्रोडक्ट इकोसिस्टम का भाग है।
Frequently Asked Questions
गूगल क्यों 27 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाता है?
वास्तव में कंपनी 4 सितंबर 1998 को पंजीकृत हुई, पर 2000‑के शुरुआती दशक में कई प्रमुख प्रौद्योगिकी‑उपलब्धियों की तिथि इसी महीने में पड़ती थी। 2006 से 27 सितंबर को स्थायी रूप से अपनाया गया, संभवतः बड़े‑पैमाने पर इंडेक्सिंग की सफलता को चिह्नित करने के लिए।
डूडल में दिखाया गया मूल लोगो किसने बनाया?
यह डिज़ाइन Ruth Kedar ने 1998 में तैयार किया था। उन्होंने Catull फ़ॉन्ट चुना और चार प्रमुख रंगों – नीला, लाल, पीला, हरा – को संभावनाओं का प्रतीक बनाया।
गूगल की आज की मुख्य संरचना क्या है?
गूगल अब Alphabet Inc. के तहत काम करता है। इसके प्रमुख प्रोडक्ट्स में सर्च, Gmail, YouTube, Maps, Android, Pixel और AI प्लेटफ़ॉर्म Gemini शामिल हैं। CEO सैंडर पिचाई दोनों कंपनियों के प्रमुख हैं।
डूडल की इस बार की थीम का क्या संदेश है?
डूडल ने कंपनी के शुरुआती दिनों को याद दिलाते हुए यह दिखाया कि मूल डिजाइन आज भी समय‑हीन है। यह नॉस्टैल्जिया और भविष्य‑उन्मुख AI‑आधारित प्रोजेक्ट्स के बीच एक पुल बनाता है।
shivesh mankar
सितंबर 29, 2025 AT 11:09ये डूडल देखकर लगा जैसे 2005 के दिन वापस आ गए। उस वक्त गूगल सिर्फ़ खोजने का टूल था, अब तो हर चीज़ का जवाब देता है। पर ये रंग... ये फ़ॉन्ट... बस दिल भर गया। कभी-कभी ऐसे छोटे से स्मृति-चिह्न ही हमें याद दिलाते हैं कि हम कहाँ से शुरू हुए।
avi Abutbul
अक्तूबर 1, 2025 AT 05:17अच्छा लगा बस। पुराने लोगो को वापस लाना बस एक ट्रेंड नहीं, बल्कि एक भावना है। आज के बच्चे तो सोचेंगे कि गूगल हमेशा से इतना बड़ा और जटिल रहा है, पर असल में ये सब एक छोटे कॉलेज प्रोजेक्ट से शुरू हुआ।
Hardik Shah
अक्तूबर 2, 2025 AT 03:47ये सब नॉस्टैल्जिया का धोखा है। गूगल अब एक डेटा चोरी करने वाली मल्टीनेशनल कंपनी है, और तुम ये बता रहे हो कि ये लोगो तुम्हारे दिल को छू गया? बस एक ब्रांडिंग ट्रिक है। अगर वो सच में अपनी जड़ों से जुड़े होते तो डिज़ाइन बदलने के बजाय गोपनीयता को बेहतर बनाते।
manisha karlupia
अक्तूबर 3, 2025 AT 02:42मैंने इस डूडल को देखा तो लगा जैसे कोई पुराना दोस्त बिना कहे आ गया... बस मुस्कुरा रहा था। रुथ केडर ने जो रंग चुने थे... नीला जैसे आकाश, लाल जैसे दिल की धड़कन... हरा जैसे नई शुरुआत। ये लोगो बस एक डिज़ाइन नहीं, एक कविता है।
मैंने इसे शेयर किया, लेकिन शायद कोई नहीं देखा... मैं तो अकेली रह गई।
vikram singh
अक्तूबर 3, 2025 AT 20:50अरे भाई! ये डूडल तो बस एक जादू की छड़ी थी! जैसे कोई राजकुमारी ने अपनी पुरानी ड्रेस पहन ली और फिर उसे एआई से सजा दिया! रुथ केडर के उस फॉन्ट ने तो दुनिया को बदल दिया, और अब गूगल ने उसे फिर से जिंदा कर दिया! ये तो बस लोगो नहीं, ये तो एक डिजिटल चमत्कार है! अगर ये डूडल इंसान होता तो उसका बायो लिखता: 'जन्म: 1998, शौक: दुनिया को खोजना, निवास: आपके स्क्रीन पर।'
मैंने तो इसे देखकर रो पड़ा... बस ये लोगो बचपन की गाड़ी जैसा है - टूटा हुआ, लेकिन दिल को छू जाने वाला।