बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 के परिणाम घोषित: 38,900 उम्मीदवारों ने उत्तीर्ण की परीक्षा
बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 के परिणाम की घोषणा
बिहार में स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए, बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE) 3.0 के परिणाम जारी कर दिए हैं। इस परीक्षा का आयोजन 19 से 22 जुलाई 2024 के बीच किया गया था। इस परीक्षा में 2.75 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से 38,900 उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की है। यह उन युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था जो शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
परिणामों की वेबसाइट पर उपलब्धता
इस परीक्षा में सफल उम्मीदवार अपनी योग्यता के अनुसार सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने की ओर अग्रसर होंगे। परिणाम बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। अभ्यर्थी इसे www.bpsc.bih.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। उम्मीदवारों को अपने परिणामों की जांच करने के लिए संबंधित जानकारी भरनी होगी।
वर्ग 6-8 (मिडिल स्कूल) और वर्ग 1-5 (प्राथमिक स्कूल) के लिए परिणाम
वर्ग 6-8 (मिडिल स्कूल) के लिए, 1,59,793 उम्मीदवारों में से 16,989 उम्मीदवारों ने परीक्षा सफलता पूर्वक उत्तीर्ण की है। वहीं वर्ग 1-5 (प्राथमिक स्कूल) के लिए, 1,16,193 उम्मीदवारों में से 21,911 ने सफलता पाई है। इस परीक्षा के माध्यम से बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षकों की कमी पूरी की जाएगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
रिक्तियों की संख्या और भर्ती प्रक्रिया
हालांकि, अब भी कुल 5,578 पद रिक्त हैं, जिनमें 1,984 मिडिल स्कूल और 3,594 प्राथमिक स्कूल के लिए हैं। परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को अंतिम नियुक्ति से पहले एक दस्तावेज़ सत्यापन और साक्षात्कार के दौर से गुजरना होगा। चयनित उम्मीदवारों को उनके शिक्षात्मक योग्यता और सत्यापन प्रक्रिया के परिणाम के आधार पर नियुक्त किया जाएगा।
कैटेगरी-वाइस रिक्तियों की सूची
बीपीएससी ने एक संशोधित श्रेणी-वार रिक्ति सूची भी जारी की है, जिसमें शिक्षा विभाग और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के तहत प्राथमिक (वर्ग 1-5) और मिडिल स्कूल (वर्ग 6-8) के लिए पदों की जानकारी दी गई है। मुख्य रिक्तियों में प्राथमिक स्कूलों के लिए 25,505 पद, मिडिल स्कूलों के लिए 18,973 पद, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के लिए वर्ग 1-5 में 210 पद, और वर्ग 6-8 के लिए 126 पद शामिल हैं।

परीक्षा के पुनर्निधारण का कारण
यह परीक्षा पहले मार्च 2024 में आयोजित होने वाली थी, लेकिन कुछ अनियमितताओं के चलते, खासकर प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से, इसे स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद इसे जुलाई 2024 में पुनः निर्धारित किया गया। इस पुनर्निधारण के बाद बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने इसमें भाग लिया और अब सफल होने वाले उम्मीदवार स्कूलों में शिक्षक बनने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ चुके हैं।
बीपीएससी की यह पहल राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी बल्कि राज्य में युवा शिक्षकों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
लोकप्रिय लेख

मैनचेस्टर यूनाइटेड की जोशीली वापसी: ब्रेंटफोर्ड पर 2-1 से जीत का जश्न
मैनचेस्टर यूनाइटेड ने ब्रेंटफोर्ड के खिलाफ 2-1 की शानदार जीत हासिल की, जिससे वे लीग तालिका में 10वें स्थान पर पहुंच गए। इस जीत ने मैनेजर एरिक टेन हैग पर से कुछ दबाव कम किया। ब्रेंटफोर्ड अब 12वें स्थान पर है। यूनाइटेड के लिए इस जीत से पहले लगातार छह मैचों में जीत नहीं मिली थी।

बार्सिलोना की लॉन्चिंग लाइनअप गर्लोना के खिलाफ | ला लीगा GW5 में संघर्ष
एफसी बार्सिलोना ने ला लीगा में अपने लगातार पांचवीं जीत की उम्मीद में गुरोना के खिलाफ होने वाले मुकाबले के लिए अपनी शुरुआती टीम की घोषणा की है। दो सप्ताह के ब्रेक के बाद, बार्सिलोना ने एक ताकतवर टीम को मैदान में उतारा है, जिसमें मार्क-अंद्रे टेर स्टेगन फिर से गोलकीपर की भूमिका में होंगे। रॉबर्ट लेवानडोव्सकी अपना 100वां प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।

राज्यसभा में जय बच्चन और जगदीप धनखड़ के बीच फिर भिड़ंत, सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्ष का वाकआउट
राज्यसभा में जय बच्चन और जगदीप धनखड़ के बीच हुई बहसबाज़ी के बाद विपक्षी सदस्यों ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में वाकआउट किया। बच्चन ने धनखड़ पर अनुचित टोन में बात करने और परिचय के दौरान 'जय अमिताभ बच्चन' कहने का आरोप लगाया। बच्चन की इस आपत्ति के बाद घटना ने तूल पकड़ा और विरोधी दलों ने शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया।

भाजपा के दमदार नेता बंदी संजय का आरएसएस से केंद्रीय मंत्रिमंडल तक का सफर
भाजपा के प्रमुख नेता बंदी संजय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ली। उनकी राजनीतिक यात्रा आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुई। आक्रामक शैली के लिए प्रसिद्ध संजय कुमार ने हैदराबाद नगर निगम चुनावों में भाजपा को कई सीटों पर जीत दिलाई। हाल ही के लोकसभा चुनावों में उन्होंने करीमनगर सीट से बड़ी बहुमत से जीत दर्ज की।