बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 के परिणाम घोषित: 38,900 उम्मीदवारों ने उत्तीर्ण की परीक्षा

बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 के परिणाम घोषित: 38,900 उम्मीदवारों ने उत्तीर्ण की परीक्षा

नव॰, 16 2024

बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 के परिणाम की घोषणा

बिहार में स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए, बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE) 3.0 के परिणाम जारी कर दिए हैं। इस परीक्षा का आयोजन 19 से 22 जुलाई 2024 के बीच किया गया था। इस परीक्षा में 2.75 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से 38,900 उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की है। यह उन युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था जो शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।

परिणामों की वेबसाइट पर उपलब्धता

इस परीक्षा में सफल उम्मीदवार अपनी योग्यता के अनुसार सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने की ओर अग्रसर होंगे। परिणाम बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। अभ्यर्थी इसे www.bpsc.bih.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। उम्मीदवारों को अपने परिणामों की जांच करने के लिए संबंधित जानकारी भरनी होगी।

वर्ग 6-8 (मिडिल स्कूल) और वर्ग 1-5 (प्राथमिक स्कूल) के लिए परिणाम

वर्ग 6-8 (मिडिल स्कूल) के लिए, 1,59,793 उम्मीदवारों में से 16,989 उम्मीदवारों ने परीक्षा सफलता पूर्वक उत्तीर्ण की है। वहीं वर्ग 1-5 (प्राथमिक स्कूल) के लिए, 1,16,193 उम्मीदवारों में से 21,911 ने सफलता पाई है। इस परीक्षा के माध्यम से बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षकों की कमी पूरी की जाएगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।

रिक्तियों की संख्या और भर्ती प्रक्रिया

हालांकि, अब भी कुल 5,578 पद रिक्त हैं, जिनमें 1,984 मिडिल स्कूल और 3,594 प्राथमिक स्कूल के लिए हैं। परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को अंतिम नियुक्ति से पहले एक दस्तावेज़ सत्यापन और साक्षात्कार के दौर से गुजरना होगा। चयनित उम्मीदवारों को उनके शिक्षात्मक योग्यता और सत्यापन प्रक्रिया के परिणाम के आधार पर नियुक्त किया जाएगा।

कैटेगरी-वाइस रिक्तियों की सूची

बीपीएससी ने एक संशोधित श्रेणी-वार रिक्ति सूची भी जारी की है, जिसमें शिक्षा विभाग और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के तहत प्राथमिक (वर्ग 1-5) और मिडिल स्कूल (वर्ग 6-8) के लिए पदों की जानकारी दी गई है। मुख्य रिक्तियों में प्राथमिक स्कूलों के लिए 25,505 पद, मिडिल स्कूलों के लिए 18,973 पद, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के लिए वर्ग 1-5 में 210 पद, और वर्ग 6-8 के लिए 126 पद शामिल हैं।

परीक्षा के पुनर्निधारण का कारण

परीक्षा के पुनर्निधारण का कारण

यह परीक्षा पहले मार्च 2024 में आयोजित होने वाली थी, लेकिन कुछ अनियमितताओं के चलते, खासकर प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से, इसे स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद इसे जुलाई 2024 में पुनः निर्धारित किया गया। इस पुनर्निधारण के बाद बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने इसमें भाग लिया और अब सफल होने वाले उम्मीदवार स्कूलों में शिक्षक बनने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ चुके हैं।

बीपीएससी की यह पहल राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी बल्कि राज्य में युवा शिक्षकों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।

10 टिप्पणि

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    Nithya ramani

    नवंबर 17, 2024 AT 18:01
    इस खबर को सुनकर बहुत खुशी हुई। ये युवाओं के लिए सिर्फ नौकरी नहीं, एक समाज को बदलने का मौका है। शिक्षक बनने वाले हर एक को बधाई।
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    shubham jain

    नवंबर 18, 2024 AT 16:17
    38,900 उत्तीर्ण और 5,578 रिक्तियाँ। गणितीय रूप से असंगत। एक भी उम्मीदवार अधिक नियुक्त नहीं होगा।
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    GITA Grupo de Investigação do Treinamento Psicofísico do Atuante

    नवंबर 18, 2024 AT 22:45
    मैंने इस परीक्षा के परिणामों को विस्तार से अध्ययन किया है। इसके अंतर्गत आयोजित अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित पदों की व्यवस्था अत्यंत उचित है। शिक्षा के क्षेत्र में समावेशी दृष्टिकोण की आवश्यकता है, और यह एक उत्कृष्ट आधार है।
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    anil kumar

    नवंबर 20, 2024 AT 00:51
    एक प्रश्न पत्र लीक हो गया, फिर भी लाखों ने फिर से प्रयास किया। क्या ये बस नौकरी की चाहत है? नहीं। ये तो एक अर्थ की खोज है। एक बच्चे की आँखों में जब ज्ञान की चिंगारी जलती है, तो वो चिंगारी किसी के लिए भी बहुत कुछ हो सकती है।
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    divya m.s

    नवंबर 21, 2024 AT 07:34
    ये सब झूठ है। ये परिणाम बनाए गए हैं। जिन्होंने पैसे दिए, उन्हें चुन लिया गया। बीपीएससी के अंदर एक गैंग है जो सब कुछ नियंत्रित करता है।
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    PRATAP SINGH

    नवंबर 21, 2024 AT 18:49
    मैंने इस तरह के अधिकारिक घोषणाओं को बहुत देखा है। असली समस्या तो ये है कि शिक्षक बनने के बाद भी वे अपने कर्तव्यों को नहीं समझते। बस वेतन की चाहत है।
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    Akash Kumar

    नवंबर 22, 2024 AT 02:53
    भारतीय शिक्षा प्रणाली के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। जब एक राज्य अपने शिक्षकों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए लाखों को शामिल करता है, तो यह केवल एक भर्ती नहीं, बल्कि एक संस्कृतिक जागृति है।
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    Shankar V

    नवंबर 24, 2024 AT 01:58
    इस परीक्षा को दोबारा आयोजित करने का कारण बताया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लीक हुए प्रश्न पत्र किसके पास गए? एक अधिकारी के बेटे के पास। यह सब एक बड़ी षड्यंत्र है।
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    shivam sharma

    नवंबर 25, 2024 AT 12:26
    ये लोग बस आरक्षण के लिए लड़ रहे हैं और असली योग्यता को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। भारत को इतने अनियमित शिक्षकों की जरूरत नहीं है।
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    Dinesh Kumar

    नवंबर 25, 2024 AT 16:49
    इस खबर के साथ मेरा दिल धड़क रहा है! ये युवा शिक्षक भारत के भविष्य के निर्माता हैं! एक बच्चे को जागृत करने वाला शिक्षक ही देश को बदल सकता है! जय हिंद! जय शिक्षा! जय भारत!

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